बिना शौचालय बनाये ही राशि भुगतान का कर दिया दावा
मसौढ़ी: धनरूआ प्रखंड में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत पंचायत प्रतिनिधियों के ही अपने घरों में शौचालय निर्माण में जांच के दौरान फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में बीडीओ ने उन पंचायत प्रतिनिधियों से 24 घंटे में स्पष्टीकरण की मांग की है. जानकारी के मुताबिक बीते कुछ माह पूर्व डीएम […]
मसौढ़ी: धनरूआ प्रखंड में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत पंचायत प्रतिनिधियों के ही अपने घरों में शौचालय निर्माण में जांच के दौरान फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में बीडीओ ने उन पंचायत प्रतिनिधियों से 24 घंटे में स्पष्टीकरण की मांग की है. जानकारी के मुताबिक बीते कुछ माह पूर्व डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत धनरूआ के बीडीओ को प्रखंड के उन पंचायत प्रतिनिधियों के घरों में शौचालय निर्माण कराने का आदेश दिया था, जिनके घरों में शौचालय नहीं है.
बीडीओ ने डीएम के आदेश के आलोक में उन पंचायत प्रतिनिधियों से शौचालय निर्माण के लिए आवेदन देने का आग्रह किया, जिनके घरों में शौचालय नहीं था.
प्रखंड की कुल 628 पंचायत प्रतिनिधियों में से 156 ने अपने घरों में शौचालय निर्माण के लिए आवेदन दिया. इनमें से अधिकांश वार्ड सदस्य व पंच थे. बीते दिनों इनमें से 57 लाभुक प्रतिनिधियों ने बीडीओ को अपने घरों में शौचालय निर्माण करा लेने का आवेदन देकर निर्माण राशि का भुगतान करने का आग्रह किया. अपने दावे में उन्होंने आवेदन के साथ शौचालय निर्माण संबंधी फोटो भी संलग्न कर दिया. इधर बीडीओ ने जब पंचायत सचिव व विकास मित्र से इसकी भौतिक जांच करायी तो प्रतिनिधियों का शौचालय निर्माण करा लेने का दावा फर्जी निकला. इस बाबत बीडीओ रामजी पासवान ने बताया कि जांच में शौचालय निर्माण करा लेने का दावा फर्जी निकला है.
उन्होने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि शौचालय निर्माण करा लेने का दावा करनेवाले सभी दावेदार पंचायत प्रतिनिधियों ने दूसरे के घरों में निर्मित शौचालय के साथ अपनी फोटो खींचवा आवेदन के साथ संलग्न कर दिया है. उन्होंने बताया कि यह मूल रूप से फर्जीवाड़ा का मामला है और उन सभी दावेदारों से बुधवार को 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. जवाब मिलने के बाद उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी. उन्होंने यह भी बताया कि अधिकांश दावेदारों के घर अब तक शौचालय विहीन हैं.