दो जिलों के 1500 कार्यकर्ताओं को जदयू ने दिया प्रशिक्षण

पटना : जदयू के 22 दिवसीय प्रशक्षिण कार्यक्रम के चौथे दिन सोमवार को समस्तीपुर, बेगूसराय और बेगूसराय (नगर) के कार्यकर्ताओं काे प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) एवं राज्यसभा में पार्टी संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में अफसरशाही की बात करने वाले लोग जालसाज हैं. उनकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2017 8:13 AM
पटना : जदयू के 22 दिवसीय प्रशक्षिण कार्यक्रम के चौथे दिन सोमवार को समस्तीपुर, बेगूसराय और बेगूसराय (नगर) के कार्यकर्ताओं काे प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) एवं राज्यसभा में पार्टी संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में अफसरशाही की बात करने वाले लोग जालसाज हैं. उनकी बातों में न आएं. बिहार में पूरी तरह से लोकशाही है.
नीतीश कुमार ने बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम बनाकर सीधे लोगों के हाथों में ताकत दी है. इसका उपयोग करें. अपनी ताकत का एहसास होना चाहिए. शराबबंदी व दहेजबंदी आदि का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आम जनता की कही बातों को लागू करने वाले नीतीश कुमार देश के एकमात्र नेता हैं. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य वशिष्ठ नारायण सिंह भी मौजूद थे. 1500 कार्यकर्ता प्रशिक्षण में शामिल हुए.
आरसीपी सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लगातार 22 दिनों का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पार्टी के बुनियादी विचारों और संस्कारों को पार्टी के हर सदस्य तक पहुंचाने के लिए है.
पार्टी सरकार में है, यह सोचकर अपने भीतर कभी वीआईपी मैंटेलिटी और पैरवी का वायरस न आने दें. उन्होंने कहा कि हम सब नीतीश कुमार के शरीर के अंग हैं और उनका कोई अंग यूं भी कमजोर नहीं हो सकता. तथाकथित कम्यूनल ताकतों से हाथ मिलाने का आरोप लगाने वाले लोगों को आड़े हाथों लेते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के रहते बिहार में किसी की औकात नहीं कि बिहार में धर्म या जाति के नाम पर तनाव पैदा कर सकें.
प्रदेश आधुनिक समाज की ओर बढ़ा
सांसद हरिवंश ने पार्टी की विचारधारा पर कहा कि 2005 से पहले धारणा थी कि बिहार कभी अंधेरे से निकल ही नहीं सकता. विकास के पायदान पर तब बिहार सबसे निचले पायदान पर हुआ करता था. नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार ने जितनी तेजी से सामंती समाज से आधुनिक समाज की ओर कदम बढ़ाया है, वह आश्चर्य का विषय है. उन्होंने कहा कि आज जहां बाकी दल इस बात को लेकर परेशान हैं कि लोकतंत्र के नाम पर पुन: परिवार का शासन लौटे, वहीं नीतीश कुमार आम जनता के सपनों का बिहार बनाने में लगे हैं.
विधान पार्षद रणवीर नंदन ने कहा कि कार्यकर्ताओं में मतभेद हुआ करते हैं लेकिन मनभेद किसी स्थिति में नहीं होना चाहिए. पार्टी प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने विस्तार से सात निश्चय कार्यक्रम एवं कानून का राज विषय पर कहा कि बिहार की तस्वीर बदली है और अब इसकी तकदीर बदलने की लड़ाई लड़ रहे हैं.
प्रकोष्ठों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में संशोधन : प्रकोष्ठों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में संशोधन किया गया है.अतिपिछड़ा एवं जल श्रमिक प्रकोष्ठ का प्रशिक्षण अब 15 दिसंबर , युवा छात्र एवं खेल–कूद प्रकोष्ठ का प्रशिक्षण 16 दिसबंर, महिला, पंचायती राज एवं नगर निकाय प्रकोष्ठ का प्रशिक्षण 17 दिसंबर को अल्पसंख्यक एवं बुनकर प्रकोष्ठ का 18 दिसंबर, दलित, महादलित एवं आदिवासी प्रकोष्ठ का प्रशिक्षण 19 दिसंबर, किसान, सहकारिता, श्रमिक एवं पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ का प्रशिक्षण 20 दिसंबर को आयोजित किया जायेगा.

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