बिहार : राजा रंगबाज गिरोह ने किया था सौरभ को अगवा, 8 धराये

खुलासा. गिरोह का सरगना अभी भी फरार पटना : बख्तियारपुर थाने के टेकाबीघा गांव निवासी व दवा कारोबारी मनोज सिंह के छह वर्ष के बेटे सौरभ कुमार का अपहरण नवादा के राजा रंगबाज उर्फ रॉकी गिरोह ने किया था. पुलिस ने अपहरण में शामिल आठ अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया और बच्चे को भी सकुशल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2017 7:03 AM
खुलासा. गिरोह का सरगना अभी भी फरार
पटना : बख्तियारपुर थाने के टेकाबीघा गांव निवासी व दवा कारोबारी मनोज सिंह के छह वर्ष के बेटे सौरभ कुमार का अपहरण नवादा के राजा रंगबाज उर्फ रॉकी गिरोह ने किया था. पुलिस ने अपहरण में शामिल आठ अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया और बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया.
व्यवसायी के बेटे का अपहरण दो दिसंबर को किया गया था और 50 लाख की फिरौती मांगी गयी थी. अपहरणकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया था कि पुलिस को बताने पर अंजाम बुरा होगा. लेकिन मनोज सिंह ने पुलिस को जानकारी दे दी. पुलिस ने इस मामले में जैसे ही अपराधियों को पकड़ना शुरू किया, वैसे ही अपहरणकर्ताओं ने बच्चे को छोड़ दिया. बच्चे का अपहरण कर उसे बाढ़ के भेटगांव में रखा गया था. वहां वह ग्रामीणों को मिला, तो फिर ग्रामीणों ने उसे पुलिस के पास पहुंचा दिया.
पहले पकड़ाया चचेरा भाई और फिर पकड़े गये अन्य
टेकाबीघा निवासी व दवा व्यवसायी हरिओम मेडिकल के मालिक मनोज सिंह के छह वर्ष के बेटे सौरभ कुमार का अपहरण होने के बाद पुलिस की एक विशेष टीम बनायी गयी. जांच के क्रम में यह पाया गया कि टेकाबीघा गांव के ही गुड्डू कुमार, विवेक यादव व नीतीश कुमार की गतिविधि संदिग्ध है. नीतीश कुमार मनोज सिंह का चचेरा भाई है. इसके बाद पुलिस ने इन तीनों को पकड़ा. इसके बाद यह जानकारी मिली कि इन लोगों के संबंध नवादा के पकड़िया निवासी राजा रंगबाज उर्फ रॉकी उर्फ शिवम पांडेय से है. पूछताछ में इन लोगों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली और गिरोह के अन्य सदस्यों के नामों की भी जानकारी दी.
40 हजार भी लेने को हो गये थे तैयार
पटना : पहले बदमाशों ने 50 लाख मांगे, तो मनोज सिंह ने असमर्थता जतायी और वे लोग फिरौती की राशि लगातार कम करने लगे. वे 50 लाख से अब 40 हजार तक लेने को तैयार हो गये. मनोज सिंह 40 हजार रुपये देने को मान गये और डील भी हो गयी. इसी बीच पुलिस ने अपराधियों को एक के बाद एक करके गिरफ्तार कर लिया.

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