लालू-राबड़ी के नक्शे कदम पर चल रहे हैं उनके बच्चे मीसा, तेजस्वी और तेज प्रताप : जदयू

पटना : बिहार विधान पार्षद और जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार लगातार लालू परिवार पर हमला बोलते रहे हैं. एक दिन भी ऐसा नहीं होता है कि लालू परिवार या उनकी बेनामी संपत्ति के मामले को लेकर नीरज कुमार कुछ बयान न देते हों. इसी कड़ी में उन्होंने लालू की बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2017 2:37 PM

पटना : बिहार विधान पार्षद और जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार लगातार लालू परिवार पर हमला बोलते रहे हैं. एक दिन भी ऐसा नहीं होता है कि लालू परिवार या उनकी बेनामी संपत्ति के मामले को लेकर नीरज कुमार कुछ बयान न देते हों. इसी कड़ी में उन्होंने लालू की बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेश से ईडी की पूछताछ पर तंज कसा है. नीरज कुमार ने कहा है कि लालू राबड़ी के नक्शे कदम पर ही उनके बच्चे चल रहे हैं. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी से बगावत करने वाले शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता जाने पर लालू को उनका पुनर्वास करना चाहिए. जदयू में नेताओं के शामिल होने पर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता अपने नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मजबूती से खड़े हैं और नेताओं का स्वागत है.

मीसा भारती पर तंज कसते हुए नीरज कुमार ने कहा कि अपने मां पिता के रास्ते पर चलना ही अगली पीढ़ी का लक्ष्य होता है और लालू के बच्चे भी ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद जब सीबीआइ के यहां जाते हैं तो पूरा आनंद में रहते हैं. बकौल नीरज लालू जी को आर्थिक परेशानी तो है नहीं, क्योंकि उनका पूरा आर्थिक साम्राज्य है और पूरे वैभव के साथ सीबीआइ मुख्यालय जाते हैं. जदयू प्रवक्ता के अनुसार राबड़ी देवी भी पूरे शान और वैभव के साथ ईडी के दफ्तर में पेश हुई थी और अब मीसा भारती को भी उसी शान का अनुभव होगा.

नीरज ने कहा कि सामाजिक न्याय के आंदोलन की बात कहने वालों ने हजारों करोड़ की संपत्ति अर्जित की है और उनको तो कोई दिक्कत है नहीं. नीरज ने कहा कि लालू प्रसाद ने पूरे परिवार को ईडी, सीबीआइ, इनकम टैक्स और न्यायपालिका के चक्कर लगाने पर मजबूर कर दिया है और उन्हें पूरा भरोसा है कि माता-पिता के पद चिह्नों पर चलकर राज्यसभा सदस्य मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार भी ईडी कार्यालय जायेंगे और बताएंगे कि लालू प्रसाद ने राजनीति को बिजनेस बना लिया और व्यापार समझकर संपत्ति अर्जित की. उन्होंने कहा कि सजायाफ्ता के बच्चे यदि आर्थिक भ्रष्टाचार में एजेंसियों के सामने पेश नहीं होंगे तो आखिर कौन लोग पेश होंगे.

यह भी पढ़ें-
नशे के लिये नासूर बनता बिहार, शराबबंदी के बाद गांजा-चरस और सांप के जहर का बढ़ा बाजार

Next Article

Exit mobile version