बिहार : मिड डे मील में चार पर दिया जा रहा था एक अंडा, हंगामा

मसौढ़ी : धनरूआ प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पथरहट में शुक्रवार को छात्र-छात्राओं व उनके परिजनों ने मिड डे मील में दिये जा रहे अंडे में भारी कटौती किये जाने पर जम कर हंगामा किया . इस बीच ग्रामीणों के हंगामे को देख विद्यालय प्रभारी समेत सभी शिक्षक दोपहर 12 बजे ही स्कूल बंद कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2017 6:45 AM
मसौढ़ी : धनरूआ प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पथरहट में शुक्रवार को छात्र-छात्राओं व उनके परिजनों ने मिड डे मील में दिये जा रहे अंडे में भारी कटौती किये जाने पर जम कर हंगामा किया .
इस बीच ग्रामीणों के हंगामे को देख विद्यालय प्रभारी समेत सभी शिक्षक दोपहर 12 बजे ही स्कूल बंद कर वहां से निकल गये . इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि वे इस पूरे मामले की जांच करा सभी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करेंगे . हालांकि, विद्यालय प्रभारी से संपर्क नहीं होने पर उनका पक्ष नहीं जाना जा सका . जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को विद्यालय के बच्चों को मिड डे मील में एक –एक अंडा दिया जाना था, जबकि आरोप है कि चार बच्चों पर एक ही अंडा दिया जा रहा था. इधर, यह बात जब बच्चों के परिजनों को हुई , तो वे लोग उसी समय विद्यालय पहुंच हंगामा करने लगे.
ग्रामीण अजीत कुमार, निरंजन यादव, कबीर कुमार, ओम प्रकाश, इंद्रजीत कुमार, मनीष कुमार आदि ने बताया कि उक्त विद्यालय में लगभग 400 बच्चों का नामांकन है, जबकि हर रोज मात्र 30 से 40 बच्चे ही विद्यालय आते हैं . विद्यालय में मिड डे मील भी 30-40 बच्चों का ही बनता है, लेकिन मिड डे मील उपस्थिति पंची पर 400 बच्चों को दिखाया जाता है. इधर, ग्रामीणों ने इसकी शिकायत वरीय पदाधिकारी से किये जाने की बात कही है.
प्राचार्य और सचिव के विवाद के कारण मिड डे मील बंद
फतुहा : मौजीपुर मध्य विद्यालय में प्राधानाचार्य और सचिव के विवाद के कारण मिड डे मील बंद रहने से नाराज छात्र-छत्राओं ने शुक्रवार को हंगामा किया. जानकारी के अनुसार पिछले दो दिनों से स्कूल में मिड डे मील बंद है.
जब इस बात की जानकारी सरपंच नंंदी देवी और समाजसेवी जितेंद्र कुमार यादव को हुई, तो वे स्कूल पहुंचेे तो प्राचार्या सरोज रानी ने बताया गया कि स्कूल की शिक्षा समिति की सचिव कश्मीरी के द्वारा चेक पर हस्ताक्षर नहीं किया गया था, जिसके चलते रुपये की निकासी नहीं हुई है और उन्होंने सचिव पर हस्ताक्षर करने के लिए रुपये मांगने का आरोप लगाया है.
जब अपने ऊपर लगाये आरोप का सचिव कश्मीरी को पता चला तो वह आग बबूला हो गयीं और स्कूल पहुंच कर प्राचार्या को खरी-खोटी सुनाते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. इधर, प्राचार्या सरोज रानी ने अपने ऊपर लगाये आरोप को बेबुुुनियाद बताते हुए इसे राजनीति से प्रेेरित बताया.

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