बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम को 2 लाख का नुकसान, कौटिल्य विहार के छह बेडों पर मंत्री के गार्डों का कब्जा
सुबोध कुमार नंदन पटना : एक ओर जहां राज्य सरकार पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर पर्यटन मंत्री के सुरक्षाकर्मी आर ब्लाॅक स्थित टूरिस्ट बंगला कौटिल्य विहार के छह बेडों पर चार माह से कब्जा जमाये बैठे हैं. इससे बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम को प्रतिदिन 1500 रुपये से […]
सुबोध कुमार नंदन
पटना : एक ओर जहां राज्य सरकार पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर पर्यटन मंत्री के सुरक्षाकर्मी आर ब्लाॅक स्थित टूरिस्ट बंगला कौटिल्य विहार के छह बेडों पर चार माह से कब्जा जमाये बैठे हैं. इससे बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम को प्रतिदिन 1500 रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ रहा हैं. जब सुरक्षाकर्मी बाहर जाते हैं तो वे अपना ताला लगा कर जाते हैं. कमरे की सफाई के लिए सफाईकर्मी को उनके आने तक इंतजार करना पड़ता हैं.
निगम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक से सुरक्षा गार्ड के लिए 10 दिनों के लिए कमरा मुहैया कराने को कहा था, लेकिन चार माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कमरा खाली नहीं किया गया है. अगस्त माह से डोरमेटरी कमरे में लगे छह बेडों पर छह सुरक्षा गार्ड रह रहे हैं. सुरक्षाकर्मियों ने कमरे को अपने कब्जे में ले रखा है. इससे पर्यटन निगम को अब तब करीब दो लाख रुपये का नुकसान हो चुका है.
इतना ही नहीं, सुरक्षाकर्मियों ने कमरे के दरवाजे पर लगे डोरमेटरी रूम का बोर्ड भी निकाल दिया है. मिली जानकारी के अनुसार पर्यटन मंत्री के पीए के आदेश पर हर माह चार-चार दिन दो-तीन कमरे अतिथि के लिए मुहैया कराये जाते हैं, जिनका कहीं कोई लेखा-जोखा नहीं होता है. इस संबंध में कौटिल्य विहार के प्रबंधक राजेश कुमार ने कहा कि सुरक्षा गार्ड के लिए कमरा मुहैया कराने का आदेश उच्च अधिकारी से आठ से दस दिनों के लिए मिला था. इसके अलावा मुझे किसी तरह की जानकारी नहीं है.
मंत्री का आवास नहीं मिलने से परेशानी
मेरे साथ चार गार्ड रहते हैं. जब मैं पटना में रहता हूं, तब ही ये चार गार्ड वहां रुकते हैं. चूंकि मुझे अभी मंत्री का आवास नहीं मिला है, इसलिए यह परेशानी है. तब तक गार्डों को वहां रुकने के लिए कहा गया है.
दो-चार दिन बाद बेड हो जायेंगे खाली
पर्यटन मंत्री ने गार्डों के लिए 8-10 दिनों के लिए कमरा उपलब्ध कराने को कहा था. उसके बाद गार्डों को डोरमेटरी के छह बेड मुहैया कराये गये थे. लेकिन दो-चार दिन बाद बेड खाली हो जायेंगे, इस बात की सूचना प्रबंध निदेशक को दे दी गयी है. जहां तक मुझे सूचना है सुरक्षाकर्मियों के लिए कमरे का आवंटन हो गया है.
जयनाथ महतो, महाप्रबंधक, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम