बालू-गिट्टी को लेकर बिहार में मचा बवाल, तेजस्वी के साथ राजद नेताओं ने सड़क पर किया प्रदर्शन
पटना : बिहार की सड़कों पर अब बालू गिट्टी के नये नियम को लेकर सियासत शुरू हो गयी है. इसे लेकर विरोधी दल राजद के नेताओं ने राजधानी पटना में सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया. इतना ही नहीं राजद न इस मामले को लेकर 18 दिसंबर को बिहार बंद का एलान किया है. विरोध प्रदर्शन […]
पटना : बिहार की सड़कों पर अब बालू गिट्टी के नये नियम को लेकर सियासत शुरू हो गयी है. इसे लेकर विरोधी दल राजद के नेताओं ने राजधानी पटना में सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया. इतना ही नहीं राजद न इस मामले को लेकर 18 दिसंबर को बिहार बंद का एलान किया है. विरोध प्रदर्शन के दौरान मीडिया से बातचीत में पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि इस लड़ाई को वे लोग आगे तक ले जायेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की इस नीति से हजारों लोग बेरोजगार हो गये हैं, वहीं खासकर बिहार में निर्माण क्षेत्र का हाल ठीक नहीं है. उन्होंने इस लड़ाई को दिल्ली तक ले जाने की बात कही.
रघुवंश प्रसाद ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हाइकोर्ट ने भी बालू-गिट्टी मामले को लेकर निर्देश दिया है लेकिन सरकार मान नहीं रही है. वहीं मामले पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि जुलाई से बालू और गिट्टी की बंदी के चलते निर्माण क्षेत्र पर भारी संकट है. इस सवाल को राजद के विधायकों ने विधानसभा में भी उठाया लेकिन सरकार की नींद नहीं खुल रही है. हजारों मजदूर पलायन कर रहे हैं. सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए राजद का यह विरोध प्रदर्शन है.
सड़क पर विरोध प्रदर्शन के लिए उतरे वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने नीतीश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार बताएं कि उन्होंने 12 साल में कौन सा ऐसा काम किया, जिसके बाद उसमें पांच सौ लोग एक साथ काम करते हों. नीतीश सरकार ने कोई भी ऐसा काम नहीं किया है, जिसमें एक छत के नीचे सैकड़ों लोगों को रोजगार मिला हो. उन्होंने यह सवाल सरकार से पूछा और इसका जवाब मांगा. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार पर सृजन और शौचालय माफिया को संरक्षण देने वाले और दलित विकास मिशन घोटाले में शामिल लोग हमलोगों पर क्या घोटाले का क्या आरोप लगायेंगे ? नीतीश जी घोटालों के सरदार हैं.
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