बिहार : ‘नौकरशाही को नहीं, लोकशाही को सशक्त कर रहे हैं नीतीश’ : आरसीपी सिंह

पटना : जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में रहते बिहार में किसी आदमी को किसी वाजिब काम के लिए किसी के सामने हाथ जोड़ने या गिड़गिड़ाने की जरूरत नहीं है. नीतीश कुमार नौकरशाही को नहीं, लोकशाही को सशक्त कर रहे हैं. वे बुधवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2017 5:57 AM
पटना : जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में रहते बिहार में किसी आदमी को किसी वाजिब काम के लिए किसी के सामने हाथ जोड़ने या गिड़गिड़ाने की जरूरत नहीं है. नीतीश कुमार नौकरशाही को नहीं, लोकशाही को सशक्त कर रहे हैं.
वे बुधवार को 1, अणे मार्ग के नेक संवाद कक्ष में आयोजित पार्टी के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित कर रहे थे. नालंदा, बिहारशरीफ, पटना महानगर व ग्रामीण के 1227 कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया. उन्होंने कहा कि पहले लोगों को केवल शिकायत करने का अधिकार था, लेकिन अब लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के रूप में अब सबके पास उसके निवारण का अधिकार भी है. इस कानून से बिहार में अब तक 2.47 लाख लोगों को लाभ मिल चुका है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पूरे बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. वे केवल जदयू के नेता नहीं, पूरे बिहार के नेता हैं.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कहा है, जल्दी ही देश की हर थाली में एक बिहारी व्यंजन होगा. आरसीपी सिंह ने कार्यकर्ताओं से 21 जनवरी, 2018 को दहेजबंदी और बालविवाह उन्मूलन के लिए आयोजित होने वाली मानव शृंखला को सफल बनाने का आह्वान किया. इस मौके पर राज्यसभा सांसद हरिवंश ने पार्टी की विचारधारा पर कहा कि लोहिया की सप्तक्रांति में पहली क्रांति नर-नारी समता की है. जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में मूर्त रूप दिया है. नीतीश कुमार केवल इस पीढ़ी के लिए नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए भी सोचते हैं.
प्रशिक्षण शिविर में विधान पार्षद प्रो रामवचन राय, को-ऑर्डिनेटर सुनील कुमार, डॉ अमरदीप, विधान पार्षद प्रो रणवीर नंदन, विधान पार्षद सह प्रवक्ता नीरज कुमार ने प्रशिक्षण दिया. इस अवसर पर विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, जदयू के मुख्यालय प्रभारी व महासचिव डॉ नवीन कुमार आर्य, प्रवक्ता डॉ सुहेली मेहता, प्रवक्ता भारती मेहता, प्रवक्ता निखिल मंडल आदि मौजूद थे.

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