चालान कट रहा कहीं का, बालू पहुंच रहा कहीं और, हो रही ब्लैक मार्केटिंग
पटना : बालू को लेकर अभी तक 5000 से अधिक लोगों ने ऑनलाइन आवेदन भी किये हैं. लेकिन, बिहटा के बफर स्टॉक से उनको बालू नहीं मिल रहा हैं. लाइसेंसधारियों ने जो पता देकर लाइसेंस लिया है. वहां से उनका ऑफिस बफर स्टॉक में शिफ्ट हो गया है, जहां से दलालों के माध्यम से एक […]
पटना : बालू को लेकर अभी तक 5000 से अधिक लोगों ने ऑनलाइन आवेदन भी किये हैं. लेकिन, बिहटा के बफर स्टॉक से उनको बालू नहीं मिल रहा हैं. लाइसेंसधारियों ने जो पता देकर लाइसेंस लिया है.
वहां से उनका ऑफिस बफर स्टॉक में शिफ्ट हो गया है, जहां से दलालों के माध्यम से एक व्यक्ति के नाम से दो चालान काट कर बालू की खुलेआम ब्लैक मार्केटिंग चल रही हैं. खनन के बाद बालू को बिहटा में स्टोर किया जाता हैं, जहां से बुकिंग करनेवाले लाइसेंसधारियों के माध्यम से बालू आम लोगों तक पहुंचना हैं, लेकिन आम लोगों को भंडारण से बालू नहीं मिल रहा है. हालात ऐसे हैं कि चालान कहीं और के पते पर कट रहा हैं और माल कहीं और पहुंच जा रहा है.
नियमानुसार बिल देख कर देना है बालू : बुकिंग के बाद बालू का चालान कटेगा और उसके बाद बिल बनाया जायेगा, जब बिल लेकर गाड़ी चालक बालू को जगह पर गिरा देगा, तो उसके बाद पैसा लेना हैं.
लेकिन, ऐसा हो नहीं रहा है. चालान कटने के बाद गाड़ी वाले को बिल नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में जिनको बालू की जरूरत है वह बालू लेने के पहले ही उतना पैसा दलाल व लाइसेंसधारियों को दे रहे हैं. लेकिन, यहां बालू खरीद के पहले ही राशि तय हो जाती है और बालू खरीदनेवाले को बिल तक नहीं दिया जा रहा है