CM ने मानव श्रृंखला के लिए लोगों से दिलवायी शपथ, कहा-अगले वर्ष सभी घरों में होगी बिजली
मुजफ्फरपुर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अपनी विकास समीक्षा यात्रा के प्रथम चरण के तहत उत्तर बिहार के जिलों के दौरे पर हैं. इसी क्रम में सीएमने मुजफ्फरपुर के गायघाट के जारंग में एक जनसभा को संबोधित किया. संबोधन के दौरान ही लोगों ने मुख्यमंत्री को आवेदन देने के लिए हंगामा शुरू […]
मुजफ्फरपुर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अपनी विकास समीक्षा यात्रा के प्रथम चरण के तहत उत्तर बिहार के जिलों के दौरे पर हैं. इसी क्रम में सीएमने मुजफ्फरपुर के गायघाट के जारंग में एक जनसभा को संबोधित किया. संबोधन के दौरान ही लोगों ने मुख्यमंत्री को आवेदन देने के लिए हंगामा शुरू कर दिया. उसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि आवेदन ले लीजिए. मुख्यमंत्री ने आवेदन देने वालों को कहा कि वह सभी आवेदनों को ध्यान से पढ़ते हैं और कार्रवाई लायक हुआ, तो उस पर संज्ञान भी लेते हैं. सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अपनी 6 फरवरी 2009 की पूर्व में हुई यात्रा को याद करते हुए निश्चय यात्रा की चर्चा की. उन्होंने लोगों से दहेज विरोधी अभियान को आगे बढ़ाने की अपील की.
मुख्यमंत्री ने इस दौरान बाल विवाह और दहेज प्रथा की कड़ी आलोचना करते हुए, इससे होने वाले नुकसान से लोगों को अवगत कराया. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कुल 347 योजनाएं, जिनकी राशि 467 करोड़ है, उसका उद्घाटन और शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि जिन योजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है, उनको समय पर पूरा किया जाना चाहिए. सीएम ने वहां मौजूद अधिकारियों को सात निश्चय के तहत हर घर को दी जाने वाली बुनियादी सुविधाओं के बारे में निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि लोहिया जी ने 50 के दशक में नेहरू जी को कहाथा कि यदि वह महिलाओं के लिए घर में शौचालय का निर्माण करवा दें, तोवहउनका विरोध करना छोड़ देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घरमें पीने का स्वच्छजलऔर हर घर केलिए शौचालय का निर्माणहोरहा है. हर घर तक पक्की गली और नाली का निर्माण एवं बिजलीउपलब्धकरायाजा रहा है. उन्होंनेबिहारमें पंचायत चुनाव में महिलाओं को मिले 50 फीसदी आरक्षण की भी चर्चा की. सीएम ने लोगों को जनवरी में आयोजित मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए शपथ दिलवाया और कहा कि अगले वर्ष तक हर घर को बिजली मुहैया करा दी जायेगी. इससे पूर्व सीतामढ़ी में गुरुवार को मुख्यमंत्री ने कहा था कि सामाजिक कुरीतियों को दूर किये बिना विकास का लाभ नहीं मिलेगा. पूर्ण शराबबंदी के बाद पैसा परिवार कल्याण पर खर्च हो रहा है.
सीएम ने कहाथा कि शराबबंदी, बाल विवाह और जाति प्रथा के खिलाफ अभियान चलाकर हमने बिहार में सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद रख दी है.इससे सख्ती से लागू करने के साथ साथ आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि सड़कें, पुल-पुलिया बनते रहेंगे, बिजली भी मिलेगी, लेकिन, जब तक कुरीति दूर नहीं होगी तब तक विकास का लाभ नहीं मिलेगा. सरकार अब सामाजिक समस्याओं को दूर करने को संकल्पित है. मुख्यमंत्री अपनी प्रथम चरण की विकास समीक्षा यात्रा के तीसरे दिन गुरुवार को सीतामढ़ी जिले के डुमरा प्रखंड के राघोपुर बखरी में जनसभा को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे में धान की खरीद अब 19 फीसदी नमी पर होगी. उन्होंने केंद्र सरकार को 17 से 19 फीसदी तक नमी वाले धान स्वीकार करने का सुझाव दिया. इस सुझाव पर अब केंद्र की मुहर लग गई है. इसलिए किसानों से धान की खरीद अब 19 फीसदी तक नमी रहने पर की जाएगी.
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