बिहार : घेराव कर रहीं एएनएम पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
सख्ती. एक दर्जन से अधिक एएनएम को आयी है चोट, एंबुलेंस के देर से पहुंचने का लगाया आरोप पटना : समान काम समान वेतन की मांग को लेकर पिछले सवा महीने से अधिक समय से हड़ताल पर चल रहीं संविदा पर नियुक्त एएनएम ने मंगलवार के न्यू सचिवालय ( विकास भवन) के दोनों गेट को […]
सख्ती. एक दर्जन से अधिक एएनएम को आयी है चोट, एंबुलेंस के देर से पहुंचने का लगाया आरोप
पटना : समान काम समान वेतन की मांग को लेकर पिछले सवा महीने से अधिक समय से हड़ताल पर चल रहीं संविदा पर नियुक्त एएनएम ने मंगलवार के न्यू सचिवालय ( विकास भवन) के दोनों गेट को फिर जाम कर दिया. पुलिस की कड़ी मशक्कत के बाद भी जब वे नहीं हटीं, तो पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा. इसमें एक दर्जन से अधिक एएनएम को चोट आयी है. देर शाम तक बड़ी संख्या में हड़ताली नर्स विकास भवन के गेट पर जमी हुई थीं. इन लोगों के गेट को जाम कर देने के कारण कई विभागों के प्रधान सचिव सहित पदाधिकारी सचिवालय नहीं जा सके.
बताया जा रहा है कि गोप गुट के एक नेता की गिरफ्तारी और दूसरे के हिरासत में लिये जाने के बाद संविदा पर तैनात एएनएम ने जम कर बवाल काटा. इन लोगों ने विकास भवन के गेट को बंद कर दिया और धरने पर बैठ गयीं.
इससे आवागमन बंद हो गया. पुलिस ने हटने का अनुरोध किया, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ. पुलिस व उनके बीच एक घंटे तक नोकझोंक होती रही. इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. लाठीचार्ज होते ही वहां अफरातफरी मच गयी. इससे आक्रोशित नर्स देर शाम तक विकास भवन के गेट पर धरने पर बैठ गयीं.
45 दिनों से दे रही हैं धरना : नर्सों ने आरोप लगाया कि सूचना देने के बावजूद घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस डेढ़ घंटे बाद आयी. एएनएम संघ की प्रदेश अध्यक्ष अनु कुमारी ने बताया कि वे लोग स्थायी करने की मांग कर रही हैं. 45 दिनों से लगातार गर्दनीबाग धरनास्थल पर धरना दे रही हैं. 13 दिसंबर को सचिवालय के घेराव के दौरान निदेशक प्रमुख ने 18 दिसंबर को वार्ता का आश्वासन दिया था. इसी को लेकर गोपगुट के रामबली यादव और प्रेमचंद सिन्हा सचिवालय गये थे. मगर पुलिस ने दोनों नेताओं को हिरासत में ले लिया.
गोप गुट का एक नेता गिरफ्तार
पटना : एएनएम द्वारा कुछ दिन पहले सचिवालय के अंदर हंगामा करने के मामले में पुलिस ने सोमवार को गोप गुट के एक नेता प्रेमचंद्र सिन्हा को गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी के बाद ही एएनएम ने हंगामा करना शुरू कर दिया था और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
एएनएम देर रात तक सचिवालय के गेट पर जमी रहीं. इसके अलावा उस समय वहां कई थानों की पुलिस मौजूद थी. एएनएम गिरफ्तार हुए उक्त नेता को छोड़ने की मांग भी कर रही थी.
हालांकि दूसरी ओर पुलिस ने प्रेमचंद्र सिन्हा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके साथ ही एक बार और सचिवालय के अंदर प्रवेश करने व प्रतिबंधित क्षेत्र में हंगामा करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
सचिवालय थानाध्यक्ष राकेश कुमार भाष्कर ने प्रेमचंद्र सिन्हा की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि कुछ दिनों पहले सचिवालय में हुए हंगामे के मामले में प्रेमचंद्र सिन्हा की गिरफ्तारी की गयी है और जेल भेज दिया गया है.