आरएमएस के चार असिस्टेंट व मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव धराये

आयकर गोलंबर पर लावारिस फेंक दिये गये थे बैलेट पेपर पटना : 16 दिसंबर को सीसीआईएम (सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसीन) के चुनाव में उपयोग होने वाले सीलबंद बैलेट पेपर के लावारिस हालत में मिलने के मामले का पटना पुलिस ने खुलासा कर दिया है. बैलेट पेपर को साजिश के तहत राज्य स्वास्थ्य समिति शेखपुरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2017 6:57 AM
आयकर गोलंबर पर लावारिस फेंक दिये गये थे बैलेट पेपर
पटना : 16 दिसंबर को सीसीआईएम (सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसीन) के चुनाव में उपयोग होने वाले सीलबंद बैलेट पेपर के लावारिस हालत में मिलने के मामले का पटना पुलिस ने खुलासा कर दिया है. बैलेट पेपर को साजिश के तहत राज्य स्वास्थ्य समिति शेखपुरा के पते पर नहीं भेज कर लावारिस हालत में इनकम टैक्स गोलंबर पर फेंक दिया गया.
इस मामले में पुलिस ने चार आरएमएस कर्मियों की संलिप्तता पाते हुए गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गये आरएमएस कर्मी में असिस्टेंट धीरज, दिलीप कुमार, अमरनाथ व मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव शैलव कुमार कर्ण हैं. इसके पूर्व कोतवाली थाने में सब इंस्पेक्टर के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी. हालांकि इस पूरे प्रकरण का मास्टरमाइंड अभी तक नहीं पकड़ा गया है, लेकिन पुलिस के समक्ष यह पुष्टि हो चुकी है कि सीसीआईएम के चुनाव में गड़बड़ी करने के लिए यह खेल खेला गया है. जिस युवक के माध्यम से आरएमएस से स्पीड पोस्ट कराने को दिया गया था, फिलहाल वह युवक भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है.
लावारिस हालत में बैलेट पेपर के मिलने की जानकारी के बाद एसएसपी मनु महाराज ने पूरे मामले की जांच का जिम्मा डीएसपी विधि व्यवस्था डॉ मो शिबली नोमानी को दी थी. इसके बाद डॉ नोमानी ने जांच शुरू की. उन्होंने आरएमएस कर्मियों से पूछताछ की, क्योंकि जो लिफाफा मिला था, उसमें आरएमएस से ही स्पीड होने का टिकट सटा था. आरएमएस कर्मियों ने बताया कि एक युवक आया था और उसने ही दर्जनों स्पीड पोस्ट कराया था.
उसे वे लोग नहीं पहचानते हैं. इसके बाद डॉ नोमानी राज्य स्वास्थ्य समिति कार्यालय पहुंचे, जहां यह जानकारी मिली कि उन लोगों के पास किसी तरह का स्पीड पोस्ट किया हुआ लिफाफा नहीं मिला है. इसके बाद पुलिस ने स्पीड पोस्ट की प्रक्रिया जानी तो पता चला कि आरएमएस के काउंटर से स्पीड पोस्ट होने के बाद उक्त लिफाफा आरएमएस की शाखा बिजनेस पोस्ट सेंटर में जाती है और उसके बाद वह दिये गये पते पर भेजी जाती है.

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