बिहार में समग्र शिक्षा अभियान के तहत पढ़ा रहे 2.64 लाख शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों की लंबित एक माह की सैलरी के भुगतान के लिए शिक्षा विभाग ने 11.51 अरब की राशि जारी कर दी है. जबकि वित्तीय वर्ष के लिए कुल 1 खराब 39 अरब रुपये मंजूर किये गये हैं. शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में महालेखाकार कार्यालय को इसकी औपचारिक सहमति दे दी है.
शिक्षकों के खाते में डाली जायेगी राशि
वित्त विभाग के एक विशेष पत्र के आलोक में यह राशि शिक्षकों के खाते में डाली जायेगी. राशि की निकासी के लिए किसी अन्य प्राधिकार पत्र की जरूरत नहीं होगी. स्वीकृत राशि के भुगतान में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर इसकी सारी जिम्मेदारी बिहार शिक्षा परियोजना की होगी. इस प्रस्ताव पर मंत्री परिषद ने पहले ही अपनी सहमति दी है. राशि जारी करने पत्र शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव संजय कुमार के हस्ताक्षर से जारी हुआ है.
पटना जिले के 5731 शिक्षकों को मिलेगा एमएसीपी का लाभ
राज्य के प्रारंभिक स्कूलों के सहायक शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को एमएसीपी (मोडिफाइड अस्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन स्कीम) 2010 के तहत वित्तीय लाभ दिया जायेगा. इस स्कीम के तहत शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को भी दूसरे राज्य कर्मी की तरह 10, 20 और 30 वर्ष की सेवा पूरी होने पर पहले, दूसरे व तीसरे ग्रेड पे में बढ़ोतरी होगी. इसमें 4200 रुपये से लेकर 5400 रुपये तक की वृद्धि होगी. इसके लिए जिले के 23 ब्लॉक और सात शैक्षणिक अंचलों में कुल 5731 शिक्षकों को एमएसीपी का लाभ दिया जायेगा.
अनुबंधित सूची जारी कर दी गयी
विभाग की ओर से एमएसीपी का लाभ देने के लिए सभी शिक्षकों की अनुबंधित सूची जारी कर दी गयी है. अनुबंधित सूची में अगर कोई त्रुटि या गलती हो, तो उसके सुधार के लिए जिला शिक्षा कार्यालय में 15 फरवरी तक आवेदन दे सकते हैं. जिले में सबसे अधिक दानापुर प्रखंड में 448, विक्रम में 360, बिहटा व पटना सदर में 307 शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों को इस योजना का लाभ मिलेगा.