पटना : अपनी मांगों के समर्थन में धरना और विरोध प्रदर्शन कर रही ठेके पर बहाल सहायक नर्सों ने बुधवार को लालू यादव से अपनी समस्याओं को लेकर मुलाकात की. नर्सों ने अपनी समस्याओं को राजद सुप्रीमो लालू यादव से बातचीत की और पुलिस द्वारा मारपीट और गिरफ्तारी को लेकर अपनी बातें रखीं. उधर, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि लालू यादव नर्सों को भड़का रहे हैं. मंगल पांडेय विरोधी दलों को सूबे के कंट्रैक्ट पर बहाल कर्मियों को भड़काने का आरोप लगाते हुए, इसकी आलोचना की. इससे पूर्व सोमवार को स्थानीय नौकरी और वेतन विसंगति को दूर करने के लिए प्रदर्शन करने वाली नर्सों को पुलिस ने सचिवालय के समक्ष दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था. जिसके बाद आठ नर्सें घायल हो गयी और उनमें से चार नर्सें बेहोश हो गयी, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.
सभी सहायक नर्सें देर शाम तक सचिवालय के गेट पर बैठी रहीं और पूरे पटना का ट्रैफिक जाम हो गया. इतना ही नहीं काफी समझाने-बुझाने के बाद भी वह नारेबाजी करती रहीं और अपनी मांगों पर अड़ी रहीं. बाद में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शाम ढलने पर बात करने पहुंचे, लेकिन प्रदर्शनकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बुलाने की मांग पर अड़ी रहीं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इन्हें सोमवार को वार्ता करने के लिए बुलाया था. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संघ से जुड़े दो लोगों को वार्ता के लिए बुलाया. फिर प्रदर्शनकारी एएनएम को पता चला कि उनके संघ के दो नेताओं रामबली सिंह और चंद्रभूषण चौधरी को सचिवालय पुलिस ने पकड़ लिया है.
इस सूचना के बाद हजारों की संख्या में एएनएम ने सचिवालय के दोनों गेट को जाम कर दिया. इसके बाद पुलिस ने गेट से जाम हटवाने के लिए गेट नंबर दो पर लाठीचार्ज कर दिया. इन पर पानी की बौछार करने के लिए वाटर कैनन भी बुला लिया गया, लेकिन प्रदर्शनकारी एएनएम किसी भी हालत में पीछे हटने को तैयार नहीं थीं.