पटना : राजद के बुलाये बिहार बंद को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गयी है. बंद के दौरान तोड़फोड़ और आगजनी की खूब आलोचनाहोरही है. कुछ नेताओं का साफ कहना है कि जबसरकारनेबुधवारको ही नयी बालू नीतिको खारिज कर दिया, तो बंद करने का क्या औचित्यथा.इधर,बंद के बाद जदयूने राजद पर बड़ा हमला बोला है. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह ने राजद के बिहार बंद की निंदा की है और कहा है कि लालू यादव को इस बंद का औचित्य लोगों को बताना चाहिए. श्री सिंह ने प्रश्न करते हुए पूछा है कि जिस बालू नीति को लेकर लालू समर्थकों ने बिहार बंद कराया, वह मामला, तो न्यायालय में लंबित है.
आरसीपी सिंह ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के उस बयान का हवाला देते हुए बताया कि मुख्य सचिव ने इस मामले पर सरकार की स्थिति को स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि राजद और जदयू की कार्यशैली में कितना अंतर है, यह बंद सबको समझा देगा. जदयू अपने कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया की ट्रेनिंग दे रहा है, कई तरीकों से जागरूक कर रहा है, वहीं राजद की ओर से अपने कार्यकर्ताओं को बिहार बंद कराने में लगाया गया है. मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में चल रहे कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत में आरसीपी सिंह ने कहा कि लालू यादव की पार्टी के लोग सत्ता से बाहर होने के बाद काफी हताशा में हैं. उन्होंने पूछा कि उन्हें बताना चाहिए कि गुरू गोविंद सिंह के शुकराना समारोह के समय उन्होंने बंद क्यों कराया. बंद के लिए छोटे बच्चों तक को सड़क पर क्यों उतारा. मरीजों को क्यों परेशान किया?
आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार की जनता लालू की बातों में नहीं आने वाली है. वह जान चुकी है कि समाज में तनाव फैलाने वाले यह लोग हैं. इनकी साजिश है कि उपद्रव किया जाये. उन्होंने लालू के चारा घोटाले में 23 दिसंबर की सजा सुनाने के मामले में कहा कि कोर्ट अपना फैसला सुनायेगा, वैसे लालू पहले भी भ्रष्टाचार के मामले में सजा काट चुके हैं.
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