बिहार : राजधानी में खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण

पटना : वायु प्रदूषण के मामले में पटना ने दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के गुरुवार के आंकड़ों के अनुसार पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 381 दर्ज किया गया, जबकि दिल्ली का 359 है. इस तरह पटना देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में छठे नंबर पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2017 7:21 AM
पटना : वायु प्रदूषण के मामले में पटना ने दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के गुरुवार के आंकड़ों के अनुसार पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 381 दर्ज किया गया, जबकि दिल्ली का 359 है.
इस तरह पटना देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में छठे नंबर पर आ गया है. पहले नंबर पर 473 एक्यूआई के साथ गाजियाबाद, 472 एक्यूआई के साथ दूसरे नंबर पर लखनऊ, 462 एक्यूआई के साथ तीसरे नंबर पर कानपुर, 461 एक्यूआई के साथ चौथे नंबर पर वाराणसी और 411 एक्यूआई के साथ पांचवें नंबर पर मुजफ्फरपुर है.
पर्यावरण एक्सपर्ट का कहना है कि ठंड के मौसम में वायु प्रदूषण ज्यादा खतरनाक हो जाता है. इस मौसम में कम तापमान की वजह से हवा का घनत्व बढ़ जाने से पार्टिक्युलेट मैटर (पीएम) वायुमंडल के निचले स्तर में आ जाता है जो सांस के साथ हमारे फेफड़े में चला जाता है. यह हमारे स्वास्थ्य को खासतौर पर प्रभावित करता है.
पटना, गया और मुजफ्फरपुर का पीएम : केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को पटना में पीएम 2.5 की मात्रा 249.77 माइक्रो ग्राम घनमीटर, गया में 96.94 और मुजफ्फरपुर में 201.77 माइक्रो ग्राम घनमीटर थी जबकि सामान्य तौर पर यह 60 माइक्रो ग्राम घनमीटर ही होनी चाहिए. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर के सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों को तत्काल प्रभावी कदम उठाने का आदेश दिया है.
बनेगा एक्शन प्लान
पिछले दिनों बिहार के उपमुख्यमंत्री और वन एवं पर्यावरण मंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि पटना में अक्तूबर से मार्च तक वायु प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक हो जाती है. इस दौरान वायु में छोटे कण की मात्रा 100 से 300 माइक्रो ग्राम घनमीटर तक हो जाती है जबकि इसका स्तर 60 घन मीटर तक ही होना चाहिए. उन्होंने शहर में प्रदूषण के स्तर की समीक्षा के लिए एक्शन प्लान बनाने की बात कही थी. घोषणा भी की थी कि पटना, गया और मुजफ्फरपुर में वायु गुणवत्ता प्रबोधन केंद्रों की संख्या बढ़ेगी.
क्या है एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई): वायु की गुणवत्ता मापने का पैमाना एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) है. इसमें पीएम 2.5, पीएम 10, नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाईऑक्साइड, ओजोन,कार्बन मोनोऑक्साइड, अमोनिया और लीड के स्तर को मापा जाता है.

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