सोच-समझ करें कुली, सामान चोरी का खतरा
लापरवाही : जंक्शन पर बढ़ी अवैध कुलियों की संख्या, आरपीएफ व जीआरपी का नहीं है नियंत्रण पटना : पटना जंक्शन पर यात्रियों के सामान प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए कुली की व्यवस्था है. कुली यात्रियों के समान गायब नहीं करें, इसको लेकर रेलवे प्रशासन ने कुलियों का निबंधन करते हुए एक नंबर उपलब्ध कराया है. […]
लापरवाही : जंक्शन पर बढ़ी अवैध कुलियों की संख्या, आरपीएफ व जीआरपी का नहीं है नियंत्रण
पटना : पटना जंक्शन पर यात्रियों के सामान प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए कुली की व्यवस्था है. कुली यात्रियों के समान गायब नहीं करें, इसको लेकर रेलवे प्रशासन ने कुलियों का निबंधन करते हुए एक नंबर उपलब्ध कराया है.
हालांकि, रेलवे से निबंधित कुलियों के अलावा अवैध कुलियों की संख्या भी जंक्शन पर बढ़ गयी है, जो बिना ड्रेस व नंबर के प्लेटफॉर्म और आसपास घूमते रहते हैं और यात्रियों को शिकार बनाते हैं. लेकिन, इन कुलियों को देखने के बाद भी आरपीएफ और जीआरपी अनदेखा कर रहे हैं, जिससे समान गायब हो रहे हैं. यात्री वैध कुली को सामान लाने व ले जाने की जिम्मेदारी दें, अन्यथा समान गायब हो सकता है.
भभुआ-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस से मंगलवार को जंक्शन उतरा. मेरे पास एक बोरा और बैग था. एक कुली किया. प्लेटफॉर्म से बाहर निकलने के क्रम में कुली तेजी से सामान लेकर फरार हो गया.
रंग बहादुर सिंह, रेल यात्री
तीन दिनों पहले कटिहार इंटरसिटी से पटना पहुंचा और प्लेटफॉर्म से समान बाहर ले जाने को लेकर कुली किया. रास्ते में हमें छोड़ आगे निकल गया. काफी दूर जाकर कुली पकड़ाया.
श्याम सुंदर, रेल यात्री
पांच दिनों पहले विक्रमशिला एक्सप्रेस से जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या-चार पर उतरा. यहां से बाहर सामान ले जाने को लेकर बिना ड्रेस के कुली किया, लेकिन कुली रास्ते में छोड़ समान लेकर निकल गया.
अंजनी ठाकुर, रेल यात्री
प्राथमिकी के बदले सिर्फ सनहा होता है दर्ज
जंक्शन के प्लेटफॉर्म हो या फिर बाहरी परिसर, जहां संदिग्धों और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा नहीं हो. इसकी निगरानी आरपीएफ के जिम्मे है. लेकिन, आरपीएफ की अनदेखी की वजह से प्लेटफॉर्म पर दर्जनों अवैध वेंडरों व कुलियों का जमावड़ा रहता है, जो हर प्लेटफॉर्म पर मिल जाते हैं.
यही वजह है कि पिछले एक सप्ताह में दस से अधिक यात्रियों के समान गायब हो गये है. प्लेटफॉर्म या जंक्शन परिसर में समान चोरी होने के बाद यात्री जीआरपी में प्राथमिकी दर्ज करने पहुंचे, तो खानापूर्ति के लिए सहना दर्ज कर ली जाता है. इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती, जिससे अवैध कुली प्लेटफॉर्म पर घूमते रहते हैं.