पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमारी मोदी ने यह आरोप लगाने पर आज राजद नेताओं पर करारा प्रहार किया कि साजिश के तहत पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद को चारा घोटाले में फंसाया गया है. सुशील मोदी ने ट्वीट किया, चारा घोटाले का ठोस सबूत छापे के दौरान मिली बिहार सरकार की 60 फाइलों से आया है, इन फाइलों में टनों चारा ढोने में इस्तेमाल किये गये वाहनों के पंजीकरण क्रमांक हैं. जांच से पता चला कि इनमें से कई दोपहिया वाहन हैं. जो लोग यादव के खिलाफ साजिश रचे जाने का आरोप लगा रहे हैं क्या वे इस बात की सफाई दे सकते हैं कि इन फाइलों को तैयार करने में क्या भाजपा की भूमिका थी.
उपमुख्यमंत्री उन याचिकाकर्ताओं में एक थे जिनकी जनहित याचिका पर पटना उच्च न्यायालय ने 1996 में चारा घोटाले की सीबीआई जांच का आदेश दिया था. वह राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह जैसे राजद नेताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. शनिवार को लालू प्रसाद को इस मामले में अदालत से दोषी ठहराये जाने के बाद से रघुवंश प्रसाद रांची में डेरा डाले हुए हैं और उन्होंने एक पूर्व आईपीएस अधिकारी की पुस्तक का हवाला देकर दावा कर रहे हैं कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को साजिश के तहत इस मामले में फंसाया गया है.
सुशील मोदी ने कटाक्ष किया, कोई साजिश नहीं है. यह घोटाला इतनी संपत्ति अर्जित करने के लालच का परिणाम था कि व्यक्ति की सात पीढ़ियां आराम से जीवन जी सके. उपमुख्यमंत्री ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पत्नी के कल के इस बयान पर कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं कहा, जो लोग भगवान पर विश्वास करते हैं वे बेनामी संपत्ति अर्जित करने के लिए सत्ता का दुरुपयोग नहीं करते. मोदी का इशारा राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा, दामाद शैलेश और बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी पर लगे धनशोधन के मामलों की ओर था.