पटना : राजद सुप्रीमो के चारा घोटाले में जेल जाने के बाद, एक तरफ जहां यह अनुमान लगाया जा रहा है कि क्या तेजस्वी पार्टी को संभाल पायेंगे. वहीं, दूसरी ओर लालू के जेल जाते ही जांच एजेंसियां भी एक्टिव हो गयी हैं और लालू के दोनों बेटों तेजस्वी और तेज प्रताप की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. जानकारी के मुताबिक दोनों भाई बेनामी संपत्ति के आरोपों से दो चार हो रहे हैं. इस बीच एजेंसियों ने भी जांच को तेज कर दिया है. दोनों भाइयों पर पहले से प्रवर्तन निदेशालय की नजर बनी हुई है, अब यह कहा जा रहा है कि दोनों भाइयों को एक विधायक द्वारा सौंपी गयी बेनामी संपत्ति को लेकर ईडी नोटिस थमाने की तैयारी में है.
बताया जा रहा है कि ईडी इस मामले की जांच कर रही है. विभाग ने स्वयं इसकी पुष्टि की है. विभागीय जानकारी की मानें, तो तेज प्रताप और तेजस्वी को जिस विधायक ने संपत्ति सौंपी है, वह संपत्ति बेनामी है. जल्द ही ईडी इस मामले को लेकर बड़ा खुलासा कर सकती है. रेलवे टेंडर घोटाले की जांच के दौरान ही ईडी की टीम को इस संपत्ति की जानकारी मिली थी, जिसे एक विधायक द्वारा सौंपे जाने की बात सामने आयी थी.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक निदेशालय उक्त विधायक को भी इस मामले में नोटिस जारी कर सकती है. ईडी का मानना है कि कोई कैसे अपनी करोड़ों रुपये की दो संपत्ति तेजस्वी और तेज प्रताप के नाम कर सकता है. ईडी इस मामले की भी जांच कर रही है कि इस बेनामी संपत्ति को देने का क्या कारण है. गौरतलब हो कि ईडी पहले ही बेनामी संपत्ति के मामले को लेकर लालू और मीसा की संपत्ति को अटैच कर चुकी है. इतना ही नहीं ईडी इस मामले में तेजस्वी और राबड़ी देवी से पूछताछ भी कर चुकी है.
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