बिहार : पुलिस की रणनीति से नक्सली हुए फेल…जानिए कैसे
राजेश कुमार सिंह पटना : नक्सल विरोधी गतिविधियां झेल रहे बिहार की पुलिस के लिये यह साल (2017) राहत भरी खबर देकर जा रहा है. पुलिस के कुशल रणनीति की वजह से इस पूरे साल में नक्सलियों ने पुलिस पर हमला करने से दूरी बनाये रखा. जाहिर है पुलिसकर्मियों की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों का ही यह […]
राजेश कुमार सिंह
पटना : नक्सल विरोधी गतिविधियां झेल रहे बिहार की पुलिस के लिये यह साल (2017) राहत भरी खबर देकर जा रहा है. पुलिस के कुशल रणनीति की वजह से इस पूरे साल में नक्सलियों ने पुलिस पर हमला करने से दूरी बनाये रखा. जाहिर है पुलिसकर्मियों की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों का ही यह नतीजा है.
सामान्य नागिरकों को जरूर नक्सलियों ने निशाना बनाया है. हताहत होने वालों की संख्या 16 (15 दिसंबर 2017 तक) दर्ज की गयी है. पूरे साल एक भी पुलिसकर्मी के नहीं हताहत होने की खबर है. बीते सालों में जरूर पुलिस वाले भी मारे जाते रहे हैं.
बिहार पुलिस मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों गौर करें तो इस साल 64 घटनाओं को नक्सलियों ने अंजाम दिया है. 16 सामान्य नागरिकों की जान गयी है. पुलिस के साथ इनकाउंटर की 10 घटनाओं को अंजाम दिया गया है. इस पूरे साल में पुलिस पर किसी तरह का हमला भी नहीं हुआ है. जबकि वर्ष 2014 में चार, 2015 में दो और 2016 में तीन पुलिस पर हमले की घटनायें दर्ज की गयी थीं. इसी साल कुल सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है.
ताबड़तोड़ कार्रवाइयों के लिए याद किया जायेगा एसटीएफ : एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) कभी पीछे नहीं रहा. ताबड़तोड़ कार्रवाइयों के कारण एसटीएफ याद किया जायेगा. 2017 में 60 नक्सलियों को एसटीएफ ने दबोचा. 236 अपराधियों को दबोचने का श्रेय भी एसटीएफ को जाता है. तीन पुलिस के हथियार बरामद किये गये हैं तो 30 अन्य हथियार भी बरामद किये.
शराबबंदी में भी एसटीएफ ने कमाया नाम
शराबबंदी के बाद शराब तस्करी की धरपकड़ में एसटीएफ को भी लगाया गया. मात्र दो माह सरकार ने एसटीएफ को मौका दिया. इस साल के जनवरी और फरवरी माह में 32 गिरफ्तारियां एसटीएफ ने शराबबंदी कानून को तोड़ने वालों को लेकर की है. 14 वाहन जब्त किये. विभिन्न ब्रांडों की 1681 कार्टन शराब बरामद करने में सफलता मिली है. पकड़े गये तस्करों से 61288 बोतल शराब मिला है. विक्रमगंज रोहतास से कार्रवाई में 8 लाख 12 हजार सात सौ रुपये बरामद किये गये थे.
नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा
नक्सलियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान जारी रहेगा. हमारी साफ रणनीति यही है. सामने वाले को मौका ही न दिया जाये. किसी भी कीमत पर हम कार्रवाइयों में ढिलाई नहीं बरतेंगे. इस समस्या के जड़ से खात्मे के बाद ही हमलोग चैन की सांस लेंगे.
-कुंदन कृष्णन, आईजी (ऑपरेशन)
पिछले कुछ सालों में हुईं नक्सली घटनाओं पर एक नजर
मामला 2014 2015 2016 2017
(15 दिसंबर तक)
घटनायें 108 86 100 64
आम नागरिक मारे गये 20 13 13 16
पुलिसकर्मी मारे गये 6 3 13 0
पुलिस इनकाउंटर 21 14 13 10
पुलिस पर हमला 4 2 6 8
नक्सली मारे गये 3 4 10 7
नक्सली गिरफ्तार 367 585 468 354
नक्सलियों का आत्मसमर्पण 2 15 33 6
पुलिस हथियार बरामद 13 9 19 12
कुल हथियार बरामद 104 182 161 93
गोला-बारूद बरामद 3204 2004 3203 3033
विस्फोटक बरामद (किग्रा में) 1785 4335 954 153
डेटोनेटर्स बरामद 2181 11555 37497 361
लेवी मनी बरामद 522380 291881 435680 172600
नक्सल प्रभावित जिलों में बनेंगे थाने, भारत सरकार करेगी मदद
पटना : नक्सल प्रभावित राज्यों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और थाने बनाये जायेंगे. इसके लिये भारत सरकार आगे आया है. नक्सल प्रभावित सभी राज्यों को बाकायदा इसको लेकर भारत सरकार ने पत्र भेजा है. देशभर में ऐसे ढाई सौ थाने का निर्माण कराना है. बिहार सरकार के पास भी इस तरह का पत्र आया तो पुलिस मुख्यालय हरकत में आया है. आईजी (ऑपरेशन) कुंदन कृष्णन ने बताया कि नक्सल प्रभावित सभी जिलों के एसपी को पत्र जारी कर दिया है.
भूमि तलाशी जायेगी, इसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. आईजी (ऑपरेशन) कुंदन कृष्णन ने बताया कि नक्सल प्रभावित जिलों में थाना बनाना है. बिहार में नक्सल प्रभावित 23 पुलिस जिले हैं.भारत सरकार ने प्रस्ताव मांगा है. इसके लिये जमीन चाहिये.
सभी संबंधित जिलों को पत्र जारी कर दिया गया है. औरंगाबाद से दो प्रस्ताव भी आये हैं. सबसे खास बात यह है कि थाना भवन बनाने के लिये 60 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार करेगी. शेष 40 फीसदी बजट बिहार सरकार को देना है. जमीन मिलते ही आगे की प्रक्रियाओं को शुरू किया जायेगा.