पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा के क्रम में लखीसराय जिले के हलसी प्रखंड की घीरा पंचायत अंतर्गत अगत गांव का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने सात निश्चय योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों की प्रगति को देखा. हर घर शौचालय निर्माण, हर घर नल का जल, पक्की गली-नाली, हर घर बिजली कनेक्शन में प्रगति के बारे में ग्रामीणों से जानकारी ली. गांव के बाहर सड़क के दोनों किनारे स्कूली छात्र–छात्राओं ने शृंखला बनाकर मुख्यमंत्री द्वारा छेड़े गये सशक्त अभियान नशामुक्ति, शराबबंदी, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ हाथ में बैनर एवं तख्ती लेकर समर्थन किया. पेयजल निश्चय योजना के अंतर्गत इस गांव में मुख्यमंत्री ने जलमीनार का उद्घाटन किया, वहीं पर पास में पौाधरोपण भी किया. जैविक खेती प्रोत्साहन योजना के तहत वर्मी कंपोस्ट इकाई एवं पशु शेड को भी देखा.
कृषि विज्ञान केंद्र, हलसी मैदान में मुख्यमंत्री ने 94 करोड़ की 47 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास रिमोट के माध्यम से किया. जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विकास कार्यों की समीक्षा के क्रम में मुझे यहां आने का मौका मिला है. 18 फरवरी, 2009 को रात में हम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ टेंट में रुके थे. मुझे यह अपने गांव जैसा ही लगा, इस बात को हम नहीं भूल सकते, इसलिए आप के बीच में आया हूं. इस बार समीक्षा यात्रा के लिए मैंने निर्णय किया है कि विकास यात्र के दौरान रात में जिन गांवों में रात में रुका था, इस बार जरूर जाऊंगा. आज 94 करोड़ रुपये रुपये की 47 योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन हुआ है, इसके लिए जिला प्रशासन एवं सबंंधित विभाग को बधाई देता हूं. मैं उम्मीद करता हूॅ कि जिन 22 योजनाओं का शिलान्यास हुआ है, वह समय पर पूरा हो जाये.
विकास यात्रा के दौरान बताये गये काम में हलसी में चिलिंग प्लांट का निर्माण, महादलित परिवार की समस्याओं का समाधान, सामुदायिक भवन के निर्माण जैसे काम किये गये हैं, जो काम शेष रह गये हैं, वह भी पूरा हो जायेगा. जिस मैदान में आज कार्यक्रम हो रहा है, उसमें स्टेडियम निर्माण के लिए मैं आपको आश्वस्त करता हूं, जो आप लोगों की मांग थी. इसके लिए कृषि विभाग के प्रधान सचिव जरूरी कार्रवाई कर कला एवं संस्कृति विभाग से समन्वय स्थापित कर प्रस्ताव कैबिनेट में लायेंगे, क्योंकि यह जमीन कृषि फार्म का है, जो कि कृषि के अलावा दूसरे काम में प्रयोग नहीं हो सकता है. मंत्रिमंडल की मंजूरी से ही इसमें स्टेडियम बन सकता है और तब यह काम पूरा हो जायेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थितियां बदली हैं, हर क्षेत्र में काम हुआ है, सड़क, बिजली, पुल-पुलियों का निर्माण हुआ है, इन सब से राज्य के किसी हिस्से से राजधानी पटना छह घंटे में पहुंचा जा सकता है. अब पांच घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है. गांवों को पक्की सड़क से जोड़ा जा रहा है. टोला निश्चय योजना के अंतर्गत हर एक टोले को भी पक्की सड़क से जोड़ दिया जायेगा. बिहार के 76 प्रतिशत आबादी की आजीविका का आधार कृषि है. हाल ही में माननीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी द्वारा तीसरे कृषि रोड मैप की शुरुआत की गयी है. हमलोग जैविक खेती को बढ़ावा देना चाहते हैं, फल एवं सब्जी की खेती को सहकारिता के माध्यम से जोड़ेंगे, ताकि किसानों को इसका फायदा मिले. उसके सहकारी यूनियन होगा और पूरे राज्य के लिए फेडरेशन बनेगा. हमलोगों का ध्यान है किसानों को किसी प्रकार का घाटा न हो, सब्जी की खेती के लिए जैविक कॅरिडोर का निर्माण हो रहा है, हमलोग इसके लिए इनपुट सब्सिडी भी देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को पंचायती राज एवं नगर निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण पहले ही दिया गया है. प्राथमिक शिक्षकों के नियोजन में 50 प्रतिशत एवं सभी सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया गया है. सात निश्चय में से दो निश्चय युवाओं के लिए हैं. जो गरीब परिवार के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए चार लाख रुपये का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता भत्ता, कुशल युवा कार्यक्रम चलाये गये हैं. हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज, जीएनएम संस्थान, सब डिवीजन में एएनएम, आईटीआई की स्थापना की जा रही है. यहां भी इंजीनियरिंग कॉलेज खुलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा लखीसराय का ऐतिहासिक महत्व है, जैसे बोधगया और राजगीर का है. इसके पहले इसका नाम क्रीमिला नगर था. भगवान बुद्ध के शिष्य आनंद के मित्र क्रिमिल थे, उन्हीं के नाम पर यह नगर था. खुदाई का काम शुरू हो गया है, यहां हजारों वर्ष पुराना बौद्ध विहार था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नौ जनवरी को मुंगेर प्रमंडल के जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक होगी, जिसमें विस्तार से सभी चीजों पर चर्चा होगी. न्याय के साथ विकास हमारा सिद्धांत है, हर परिवार, हर समाज, हर तबके का विकास. विकास का काम तब प्रभाव में आयेगा, जब सामाजिक कुरीतियों को खत्म किया जा सकेगा. हमने महिलाओं की मांग पर शराबबंदी लागू की. कुछ लोगों ने इस फैसले पर कहा कि पांच हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा, लेकिन शराबबंदी से 10000 करोड़ रुपये की बचत हो रही है, जो शराब में बरबाद होता था. आज हर जगह शांति है और बचे हुए पैसे को कपड़े, भोजन, शिक्षा पर खर्च किया जा रहा है. कितना परिवर्तन हुआ है. दो नंबरी लोग अब भी इस तरह के धंधों में लगे हुए हैं, लेकिन इन दो नंबरी धंधेबाजों को पकड़ने के लिए सरकार की नजर है.
हाल ही में वैशाली और रोहतास जिले में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है. आप लोग समझाइए कि दो नंबरी लोग जहरीली शराब पिलाकर तुम्हें मार सकते हैं. यह भी ध्यान रखना है कि कोई दूसरा मादक द्रव्य का सेवन लोग न करने लगें. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक, मद्य निषेध का गठन किया गया है, जो हर चीजों पर नजर रखेगा. ट्रांसफार्मर के बोर्ड पर पुलिस और मद्य निषेध विभाग का नंबर रहेगा. साढ़े छह करोड़ से ज्यादा लोग मोबाइल का उपयोग करते हैं. आप लोग कोई भी सूचना दे सकते हैं, आपका नाम और नंबर गुप्त रखा जायेगा, उस पर कार्रवाई भी होगी. इन सब चीजों पर निगरानी रखियेगा, सिर्फ सरकार की सख्ती से ही नहीं, बल्कि लोगों की चेतना और अभियान से इन सब चीजों में सफलता मिलेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक संवाद के कार्यक्रम में एक महिला ने सुझाव दिया था कि शराबबंदी कर तो आपने अच्छा काम किया, लेकिन दहेज प्रथा को भी बंद कीजिए. हमलोगों ने बापू के जन्म दिवस दो अक्टूबर से बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान चलाया है. बाल विवाह के पश्चात गर्भधारण से जीवन खतरे में पड़ जाता है. महिलाएं मौत का शिकार होती हैं, जो बच्चे जन्म लेते हैं, वे बौनेपन एवं अन्य प्रकार की बीमारियों के शिकार होते हैं. बाल विवाह एवं दहेज प्रथा एक दूसरे से जुड़ा हुआ है. आप मन बना लीजिए कि जो दहेज वाली शादी होगी, उसमें शामिल नहीं होंगे, तो इस पर जरूर रोक लगेगी. इन सामाजिक कुरीतियों से छुटकारा पाना बहुत जरूरी है. हर घर तक बिजली, पानी, शौचालय, पक्की गली-नाली पहुंच जाये और उस गांव में बाल विवाह हो, यह कितना खतरनाक है. 21 जनवरी, 2017 को चार करोड़ लोगों ने शराबबंदी के खिलाफ मानव शृंखला बनाकर अपना समर्थन जताया था. मैं आपसे अपील करता हूं कि 21 जनवरी, 2018 को जो रविवार का दिन है, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ मानव शृंखला में शामिल होकर अपना संकल्प व्यक्त कीजिए. शराबबंदी और नशामुक्ति के खिलाफ अभियान को भूलना नहीं है. इन सामाजिक कुरीतियों से छुटकारा पाकर बिहार में कितना परिवर्तन आयेगा, इसका प्रभाव हर जगह पड़ेगा. अंत में मुख्यमंत्री ने ठंड में आने के लिए लोगों का धन्यवाद देते हुए नववर्ष की शुभकामना भी दी.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत पुष्प-गुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंटकर किया गया. कला जत्था के कलाकारों ने बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता गीत प्रस्तुत किया. इस अवसर पर जल संसाधन तथा योजना एवं विकास मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा, विधायक प्रह्लाद यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर ने भी सभा को संबोधित किया. इस अवसर पर प्रधान सचिव कृषि सुधीर कुमार, प्रधान सचिव ऊर्जा प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, लखीसराय के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, वरीय पदाधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में आमलोग उपस्थित थे.