गुरु गोबिंद सिंह के विचारों से ही धार्मिक उन्माद से मुक्ति
पटना : सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के 351 वें प्रकाशोत्सव पर वर्तमान परिवेश में गुरु गोबिंद सिंह की उपदेयता विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन पूर्वी पटेल नगर स्थिति प्रबुद्ध हिंदू-समाज व विश्व हिंदी संवर्द्धन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अभियंता […]
पटना : सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के 351 वें प्रकाशोत्सव पर वर्तमान परिवेश में गुरु गोबिंद सिंह की उपदेयता विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन पूर्वी पटेल नगर स्थिति प्रबुद्ध हिंदू-समाज व विश्व हिंदी संवर्द्धन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अभियंता रामकांत मिश्र ने कहा कि आज के समय में गुरु गोबिंद सिंह के विचारों पर चल कर ही आतंकियों व धार्मिक उन्माद से मुक्त मिल सकती है. कार्यक्रम का उद्घाटन प्रोफेसर केशव प्रसाद सिंह ने किया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
सरदार कुलवंत सिंह सलूजा ने उस बालक गोबिंद के विषय में पूरा
वर्णन किया. जिनका जन्म गुरु तेग बहादुर के पुत्र के रूप में हुआ था. सरदार गुरु दयाल सिंह व
प्रोफेसर सूर्यबली सिंह ने गुरु गोबिंद सिंह के त्याग व तपस्या एवं बलिदान को लेकर अपनी बात कही. इस दौरान प्रोफेसर दिनेश कुमार देव, अभियंता महेंद्र शर्मा, श्याम नारायण सहित दर्जनों मौजूद थे.