आधुनिक तरीके से खेती कर समृद्ध बनेंगे किसान
मोकामा : टाल में खेती के आधुनिक तरीके अपनाकर किसान समृद्ध बनेंगे. चिंतामणीचक टाल इलाके में सोमवार को किसान संगोष्ठी आयोजित हुई. इसमें दलहन फसलों की उन्नत खेती पर चर्चा हुई. किसानों ने कहा कि परंपरागत खेती से लगातार चार-पांच वर्षों से घाटे का सौदा करना पड़ रहा है. टाल में फसल लगाने के लिए […]
मोकामा : टाल में खेती के आधुनिक तरीके अपनाकर किसान समृद्ध बनेंगे. चिंतामणीचक टाल इलाके में सोमवार को किसान संगोष्ठी आयोजित हुई. इसमें दलहन फसलों की उन्नत खेती पर चर्चा हुई.
किसानों ने कहा कि परंपरागत खेती से लगातार चार-पांच वर्षों से घाटे का सौदा करना पड़ रहा है. टाल में फसल लगाने के लिए वैज्ञानिकों की राय जरूरी है. मिट्टी और बीज उपचार के अभाव में हरी फसल रोग ग्रस्त हो जाती है. इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है. वहीं कीड़ाखोरी से बचने के लिए फसलों पर अंधाधुंध दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. इससे खेती की लागत काफी बढ़ रही है. इसको लेकर किसानों को घाटे का सौदा करना पड़ रहा है.
किसान कीट नियंत्रण के लिए वैकिल्पक साधनों का उपयोग करें तो लागत कम हो सकती है.जैविक दवाओं का प्रयोग किसानों के लिये वरदान साबित हो सकती है. दूसरी ओर किसानों ने यह भी कहा कि सरकार उनकी बेहतरी के लिए दलहनी उत्पादों की लाभकारी कीमत निर्धारित करे. फिलहाल मसूर की कीमत लागत मूल्य से आधी है. ऐसे में किसानों की हालत दयनीय होती जा रही है. जिसको लेकर अधिकांश किसान खेती से मुख मोड़ने लगे हैं. संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रगतिशील किसान मोहन सिंह और संचालन भवेश कुमार ने किया.इस मौके पर विभाकर सिंह, हरिओम गुड्डू, शंभू सिंह, चंदन सिंह, महेश सिंह आदि दर्जनों किसानों ने शिरकत की.