पटना : बिहार सरकार के खिलाफ अपनी मांगों के समर्थन में लगातार विरोध प्रदर्शन पर उतरने वाले संविदा कर्मी और नियोजित शिक्षकों को लेकर पप्पू यादव ने बड़ा बयान दिया है. बताया जा रहा है कि पप्पू यादव अब इन कर्मचारियों के सहारे बिहार में अपनी राजनीति साधने की फिराक में हैं. वहीं पप्पू यादव ने नियोजित शिक्षकों और संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की है. उन्होंने पटना में पत्रकारों से कहा कि राज्य में 6 लाख नियोजित शिक्षक और 12 लाख कर्मचारी संविदा पर कार्य कर रहे हैं. इनसे काम अधिक लिया जाता है, जबकि नियमित कर्मचारियों की तुलना में उन्हें मानदेय कम दिया जाता है.
सांसद ने कहा कि पटना हाइकोर्ट ने भी समान काम के लिए समान वेतन देने का फैसला सुनाया है. इसके बावजूद राज्य सरकार इसको नहीं मानती है. राज्य सरकार यह कह मामले को टाल रही है कि इनका नियोजन स्थानीय निकायों ने किया है. इसलिए समान काम के लिए वेतन देना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि संविदा व नियोजित कर्मचारियों के साथ सरकार काव्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय है.पप्पू यादव ने कहा कि बंजारी सीमेंट फैक्ट्री बंद होने से हजारों कर्मचारी बेरोजगार हो गये हैं. राज्य में धीरे-धीरे सभी उद्योग बंद होते जा रहे हैं.
पप्पूयादव ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार निवेश के प्रस्तावों का झांसा दे रही है, जबकि एक पैसे का भी निवेश बिहार में नहीं हो रहा है. इससे बेरोजगारी की स्थिति और भयावह होती जा रही है. श्री यादव ने कहा कि जन अधिकार पार्टी (लो) ही जनता के हितों को लेकर संघर्ष कर रही है. गौरतलब हो कि पप्पू यादव इन दिनों बिहार में अपनी पार्टी के बैनर तले बहुत सारे कार्यक्रमों का आयोजन करने के साथ अस्पतालों में गरीब मरीजों को छुड़वाने के साथ प्राइवेट संस्थानों में जाकर गरीबों को इंसाफ दिलाने में लगे हुए हैं. शराब पीने से हुई मौतों के बाद भी पप्पू यादव ने रोहतास जिले का दौरा किया था और बिहार सरकार के खिलाफ बयान दिया था.
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