बिहार : पत्थरबाजों से निबटने को रणनीति तैयार, दर्ज होगी अलग से FIR, सजा दिलाने का होगा प्रयास
कवायद. दर्ज होगी अलग से एफआईआर, डेढ़ साल में हमले की 1200 घटनाएं कौशिक रंजन पटना : अब किसी हंगामा या प्रदर्शन के दौरान विधि-व्यवस्था संभालने वाली पुलिस पर पत्थरबाजी या किसी तरह का हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. इसके साथ ही हाल के दिनों में पुलिस पर हुए इस तरह के […]
कवायद. दर्ज होगी अलग से एफआईआर, डेढ़ साल में हमले की 1200 घटनाएं
कौशिक रंजन
पटना : अब किसी हंगामा या प्रदर्शन के दौरान विधि-व्यवस्था संभालने वाली पुलिस पर पत्थरबाजी या किसी तरह का हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. इसके साथ ही हाल के दिनों में पुलिस पर हुए इस तरह के जितने भी बड़े हमले हुए हैं, उसमें शामिल लोगों की भी पहचान करके उनसे सख्ती से निबटा जायेगा.
प्राप्त सूचना के अनुसार, राज्य भर में पिछले एक से डेढ़ साल के दौरान छोटे-बड़े सभी तरह के मामलों को मिलाकर करीब 1200 घटनाएं हुई हैं. इसमें सबसे ज्यादा मामले पटना जिले में ही हुए हैं, यहां करीब 300 घटनाएं घट चुकी हैं.
पुलिस मुख्यालय ने इस तरह के मामलों से निबटने के लिए सभी जिलों को खासतौर से निर्देश जारी किया है. इसमें सभी थानों को कहा गया है कि उन्हें अपने इलाके में पुलिस पर हुई पत्थरबाजी की सभी बड़ी घटनाओं का गहन विश्लेषण करें और इसमें शामिल मुख्य लोगों का पता लगाकर इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएं.
पिछले एक-डेढ़ साल के दौरान हुई इस तरह की सभी बड़ी घटनाओं में शामिल लोगों को पुलिस के पास मौजूद वीडियो या फोटो या अन्य माध्यमों से चिह्नत किया जायेगा. इसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जायेगी.
सजा िदलाने का होगा प्रयास
ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें उचित सजा दिलाने तक की कवायद की जायेगी. ताकि ऐसी किसी घटना को वह कभी अंजाम नहीं दे पाये. पत्थरबाजी या पुलिस पर हमले की किसी घटना का अलग से एफआईआर दर्ज की जायेगी और इसमें शामिल लोगों की पहचान करके उन्हें नामजद अभियुक्त बनाकर कार्रवाई भी की जायेगी.
इस तरह के सभी मामलों में पुलिस मुख्यालय ने थानों को यह भी सख्त हिदायत दी है कि वह किसी निर्दोष व्यक्ति को इसकी आड़ में नहीं फंसाएं. अगर इस तरह का कोई झूठा मामला सामने आता है, तो संबंधित पुलिस पदाधिकारी पर भी सख्त कार्रवाई की जायेगी.
झड़प होने से होता है काफी बड़ा नुकसान :
अक्सर यह देखने में आता है कि किसी धरना, प्रदर्शन, किसी घटना या मांग को लेकर की जा रही सड़क जाम और किसी कार्रवाई के विरोध में पुलिस थाना या कर्मियों पर आम जनता की तरफ से हमला कर दिया जाता है.
ऐसे में कई बार पुलिस-पब्लिक के बीच जोरदार झड़प होने से काफी बड़ा नुकसानहोता है. अधिकतर इस तरह की घटनाएं पुलिस के खिलाफ किसी के उकसावे या पुरानी रंजिश या अन्य कारणों से होती है. इस वजह से इनके खिलाफ कार्रवाई की यह रणनीति तैयार की गयी है.