लालू की सजा के एलान से पहले जदयू नेता ने दिया बड़ा बयान, कहा- राजनीतिक महापाप और…

पटना : जदयू विधान पार्षद सह प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद नेताओं द्वारा लालू की सजा के एलान से पहले कोर्ट के खिलाफ की जा रही बयानबाजी की आलोचना करते हुए कहा है कि लालू यादव को भ्रष्टाचार के मामले में न्यायिक छुतक लग चुका है, अब सजा का एलान होना है,लेकिन सजा की अवधि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2018 1:51 PM

पटना : जदयू विधान पार्षद सह प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद नेताओं द्वारा लालू की सजा के एलान से पहले कोर्ट के खिलाफ की जा रही बयानबाजी की आलोचना करते हुए कहा है कि लालू यादव को भ्रष्टाचार के मामले में न्यायिक छुतक लग चुका है, अब सजा का एलान होना है,लेकिन सजा की अवधि के ऐलान से पूर्व ही राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता माननीय शिवानंद तिवारी जी ने मीडिया के माध्यम से न्यायपालिका को जातीय आवरण में घेरने की कोशिश की है.

नीरजकुमार ने राजद नेता शिवानंद तिवारी के साथ पार्टी के अन्य नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि निश्चित रूप से यह न्यायपालिका जैसी स्वतंत्र संस्था पर एक सीधा प्रहार है, साथ ही साथ सामाजिक न्याय के पाखंड करने वाले लोग जो संपत्ति सृजन में लगे रहते हैं, उनके राजनीतिक महापाप को जातीय आवरण में घेरने की कोशिश है जो की दुखद है. उन्होंने कहा कि शिवानंद तिवारी जी के मन में लालूजी के परिवार के प्रति पुरानी दुश्मनी, घृणा का जो भाव था, आज उसका बेस्ट राजनीतिक सिजेरियन ऑपरेशन कर दिया.

नीरज कुमार ने शिवानंद तिवारी से पूछा है कि शिवानंद तिवारी जी बताइये – क्या भ्रष्टाचार के माध्यम से सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी जा सकती है ? क्या भ्रष्टाचार के माध्यम से धर्मनिरपेक्षता की लड़ाई लड़ी जा सकती है ? माननीय शिवानंद तिवारी जी ने लालू परिवार को आईना दिखाया, आज लालूजी को सजा के एलान से पूर्व न्यायपालिका को कठघरे में खड़ा कर दिया.

उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम से यह प्रमाणित हो रहा है कि माननीय लालू प्रसाद जी जो कि सजायाफ्ता होने के बावजूद नया सजा मुकर्रर होने के दौर में हैं, लेकिन राजनीति के नये दौर में राजद के अंदर एक नये राजनीतिक विभीषण का पदार्पण हो गया है, इनकी मंशा स्पष्ट है की आदरणीय लालू जी आप जेल की सलाखों के भीतर रहिए. न्यायपालिका को कठघरे में खड़ा कर बाबा ने तेजस्वी, तेज प्रताप, राबड़ी देवी को एहसास करा दिया की दुश्मन खोजने की जरूरत नहीं है, मैं साक्षात विराजमान हूं. बाबा का जहां-जहां पग पड़ा है, उनको पार लगाया है, और पर लगाने का अंतिम पायदान जो है, वह लालू जी का परिवार है.

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