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बिहार : आईएएस दीपक की संपत्ति 1940 गुना बढ़ी, 4 ठिकानों पर छापे, उलझा है बैंक अकांउटों का मामला

एसवीयू ने एक साथ की छापेमारी,मिली करोड़ों की संपत्ति पटना : आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में एसवीयू (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) की विशेष टीम ने 2007 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक आनंद के चार ठिकानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया. इसमें पटना, सीतामढ़ी, कटिहार और गोड्डा (झारखंड) में स्थित स्थान शामिल हैं. अब […]

एसवीयू ने एक साथ की छापेमारी,मिली करोड़ों की संपत्ति
पटना : आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में एसवीयू (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) की विशेष टीम ने 2007 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक आनंद के चार ठिकानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया. इसमें पटना, सीतामढ़ी, कटिहार और गोड्डा (झारखंड) में स्थित स्थान शामिल हैं.
अब तक की जांच में करीब तीन करोड़ की अवैध संपत्ति सामने आ चुकी है. यह उनकी वैध आय से करीब 1940 गुनी ज्यादा है. फिलहाल देर रात तक छापेमारी चलने की संभावना है. जब्त हुए सभी कागजातों की जांच करने के बाद ही यह स्पष्ट हो जायेगा कि कुल कितने की अवैध संपत्ति बरामद हुई है. वर्तमान में वह पटना के सर्किट हॉउस में रहते थे, वहां भी छापेमारी की गयी.
उनके कमरे से 25 लाख के किसान विकास पत्र, 27.50 लाख रुपये पोस्टल विभाग की अलग-अलग स्कीम में निवेश, 25 लाख रुपये की ज्वेलरी खरीद के कागजात और अन्य कई महत्वपूर्ण कागजात बरामद किये गये हैं. इसके अलावा सीतामढ़ी के कोर्ट बाजार स्थित उनके पैतृक आ‌वास से करोड़ों रुपये के निवेश और जमीन के कागजात मिले हैं. इसमें पटना के पीएंडएम मॉल मेंदो दुकानों के कागजात भी शामिल हैं. इसमें एक दुकान का उल्लेख उन्होंने राज्य सरकार को दी गयी अपनी संपत्ति के ब्योरा में भी किया है.
पत्नी के हॉस्टल में भी छापेमारी
इसके अलावा उनके पैतृक घर से अनेकों स्थान पर निवेश के कागजात भी मिले हैं. एक टाटा सफारी गाड़ी का कागज भी मिला है, जिसकी सवारी वह वर्तमान में कर रहे थे. उनके ससुराल गोड्डा (झारखंड) में भी छापेमारी हुई है. यहां उनके सास और ससुर रहते हैं. दोनों प्राइमरी स्कूल के शिक्षक हैं. ससुर कुछ साल पहले रिटायर्ड हो चुके हैं, जबकि सास वर्तमान में नौकरी में हैं. दीपक आनंद की पत्नी कटिहार मेडिकल कॉलेज से पीजी कर रही हैं.
उनके हॉस्टल स्थित कमरे में भी छापेमारी हुई है. यहां से 39 लाख रुपये कैश बरामद किये गये हैं. ये रुपये उन्होंने अपनी कॉलेज की फीस जमा करने के लिए रखी हुई थी. इससे संबंधित रसीद भी बरामद हुआ है. दीपक आनंद के पटना सर्किट हाउस के कमरे से जो ज्वेलरी खरीद की रसीद मिली है, उसमें पटना और नयी दिल्ली समेत अन्य स्थानों से खरीदारी का पता चला है.
10 महीने से चल रहे हैं वेटिंग फॉर पोस्टिंग में
आईएएस दीपक आनंद वर्ष 2016 में छपरा के डीएम थे. वर्ष 2017 के जनवरी में पतंग उत्सव के दौरान हुए नाव हादसे के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था. तब से वह वेटिंग फॉर पोस्टिंग में ही चल रहे थे और 10 महीने से ज्यादा समय से वह पटना के सर्किट हॉउस में ही शरण लिये हुए थे.
उन्होंने अपने छपरा कार्यकाल के दौरान तत्कालीन एसपी पंकज राज के खिलाफ वहां के नयागांव थाना में बालू के अवैध खनन का मामला दर्ज करवाया था. बाद में यह मामला निगरानी ब्यूरो में ट्रांसफर कर दिया गया. निगरानी की जांच में बालू के अवैध खनन और इसके ट्रांसपोर्टेशन में तत्कालीन डीएम और एसपी दोनों को दोषी पाया गया. निगरानी ने एफआईआर दर्ज कर ली है. यह बात भी सामने आयी कि 20 रुपये के नोट पर हस्ताक्षर करके बिना चालान के बालू लदे ट्रक को पार करवाया जाता था, जिसमें डीएम और एसपी की संलिप्तता काफी महत्वपूर्ण है.
काफी उलझा है बैंक अकांउटों का मामला
दीपक आनंद के घर से एक दर्जन से ज्यादा बैंक अकाउंट मिले हैं. इनके बैंक अकाउंटों का मामला काफी उलझा हुआ है. आधा दर्जन अकाउंट बहुत कम अंतराल पर बंद किये गये और फिर दूसरे खाते खोले गये हैं. कई संदिग्ध लेन-देन की गहन जांच चल रही है.
ये रुपये कहां से जमा हुए और कहां गये, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही है. उनके पैतृक स्थान सीतामढ़ी में उनकी कई दुकानें हैं. उनके पिता सीतामढ़ी में रहते हैं और वहां छोटा-मोटा व्यवसाय करते हैं. उनके पास करोड़ों के मकान और जमीन हैं.

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