पटना में आॅनर किलिंग, प्रेम प्रसंग से नाराजगी, घरवालों की सहमति पर मामा ने की किशोरी की हत्या

दुल्हिनबाजार : तीन दिनों पूर्व रविवार को थाना क्षेत्र के उलार-अलीपुर गांव के बधार में आहर के पास खेत से पुलिस ने अधजली 15 वर्षीया किशोरी का शव बरामद किया था. मृतका की पहचान दो दिनों के बाद मंगलवार को मसौढ़ी थाना के पकड़ी गांव निवासी पप्पू यादव की 15 वर्षीया पुत्री बेबी कुमारी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2018 9:04 AM
दुल्हिनबाजार : तीन दिनों पूर्व रविवार को थाना क्षेत्र के उलार-अलीपुर गांव के बधार में आहर के पास खेत से पुलिस ने अधजली 15 वर्षीया किशोरी का शव बरामद किया था. मृतका की पहचान दो दिनों के बाद मंगलवार को मसौढ़ी थाना के पकड़ी गांव निवासी पप्पू यादव की 15 वर्षीया पुत्री बेबी कुमारी के रूप में हुई.
वहीं, मामले की तहकीकात में जुटी दुल्हिनबाजार पुलिस ने किशोरी की हत्या का खुलासा कर दिया. उसकी हत्या उसके पिता की सहमति से उसके मामा ने ही कर दी थी क्योंकि किशोरी का किसी लड़के से प्रेम प्रसंग था. इस बात से उसका मामा नाराज रहता था. जांच के दौरान दुल्हिनबाजार पुलिस ने मामा व पिता को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के अनुसार मृतक बेबी कुमारी की मां की हत्या 10 वर्ष पूर्व मसौढ़ी थाने के पकड़ी गांव स्थित ससुराल में कर दी गयी थी, जिसके जुर्म में बेबी के ननिहाल वालों ने पिता पप्पू यादव के खिलाफ दहेज के लिए हत्या करने की प्राथमिकी मसौढ़ी थाने में दर्ज करवा कर जेल भेज दिया था. उसके बाद बेबी के नाना दुल्हिनबाजार के पंसारी गांव निवासी नंदा यादव पांच वर्ष की उम्र से ही बेबी को अपने घर लाकर परवरिश कर रहा था.
तब से बेबी अपने ननिहाल में रह कर पढ़ाई कर रही थी. इसी दौरान उसे पंसारी गांव के ही एक लड़के के साथ प्रेम हो गया. इससे नाराज बेबी कुमारी के मामा ने इसकी सूचना बेबी के पिता पप्पू यादव को दी थी. अंत में पप्पू यादव की सहमति से बीते शनिवार की रात मामा सुनील यादव व अनिल यादव ने बेबी कुमारी की हत्या कर दी व साक्ष्य को छुपाने के लिए शव को उलार- अलीपुर गांव के बधार में जला दिया था.
मामले की पुष्टि करते हुए पालीगंज डीएसपी मनोज पांडेय ने बताया कि मामले की तहकीकात कर पुलिस ने मृतक बेबी कुमारी के मामा सुनील यादव उर्फ लाला व पिता पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया है.
पटना. दुल्हिनबाजार में मिले युवती बेबी के शव मामले का सुराग पुलिस को राख के ढेर से मिला.बेबी की गला दबा कर हत्या करने के बाद उसके मामा ने शव को जलाया और उसकी किताब-कॉपियों को भी जला दिया. दुल्हिनबाजार थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने घटनास्थल से जब शव को बरामद किया तो राख को भी खंगाला, जिसमें से अंदर दबी हुई एक अधजली कॉपी मिली. उस कॉपी में बेबी कुमारी, कुंजवा लिखा हुआ था.
पुलिस ने इसी शब्द से अपना अनुसंधान शुरू किया तो पता चला कि कुंजवा गांव है और वहां भी लड़की के ननिहाल की संपत्ति है. वह कुंजवा भी जा कर रहती थी. इसके बाद बेबी कुमारी के नाम से जब तलाश की तो कुंजवा के लोगों ने उसके संबंध में जानकारी दे दी कि वह बगल के गांव में अपने ननिहाल पनसारी में रहती है. इसके बाद पुलिस वहां पहुंची तो सारे मामले का 24 घंटे के अंदर ही खुलासा हो गया.

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