सिलिंडर बम के घेरे में पटना

हादसे के बाद भी नहीं चेते हैं हम, आगे भी हो सकता है बड़ा हादसा पटना : तमाम दावों के बीच राजधानी पटना सिलिंडर बम के घेरे में है. शहर के कई हिस्सों में सिलिंडर के मानकों को धता बताकर छोटे सिलिंडर न केवल बनाये जा रहे हैं बल्कि उनकी असुरक्षित रीफिलिंग भी हो रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2018 8:44 AM
हादसे के बाद भी नहीं चेते हैं हम, आगे भी हो सकता है बड़ा हादसा
पटना : तमाम दावों के बीच राजधानी पटना सिलिंडर बम के घेरे में है. शहर के कई हिस्सों में सिलिंडर के मानकों को धता बताकर छोटे सिलिंडर न केवल बनाये जा रहे हैं बल्कि उनकी असुरक्षित रीफिलिंग भी हो रही है.ये तब हो जरा है, जब बीते रोज असुरक्षित री-फिलिंग के चलते सिलिंडरों मेें धमाके हो चुके हैं. जबकि समय समय पर घटनाएं होती रहती है लेकिन इसके बावजूद प्रशासनिक तौर पर इसे बैन करने पर कोई पहल नहीं होती है.
गैस सिलिंडर रूल 1981 के नियमों के मुताबिक घनी आबादी में छोटे सीलिंडरों का निर्माण और उसकी रीफिलिंग गैरकानूनी है. नियमों को ताक पर रखकर राजधानी के तमाम दुकानें चल रही हैं. पटना सिटी में कई ऐसे सिलिंडर के गोदाम हैं जहां छोटे सिलेंडर्स का निर्माण होता है. इसे चोरी- छिपे चलाया जाता है. एजेंसी चालक प्रशासन के मिलीभगत से सुरक्षा मानकों काे ताक पर रखकर गैस की रीफीलिंग करते हैं. पटना के मछुआटोली, बाजार समिति, कदमकुआं, इंद्रपुरी, राजीव नगर, आनंद पुरी में कारोबार किया जा रहा है.
घनी आबादी में होती है छोटे सीलिंडरों की रीफिलिंग : अधिकांश गैस एजेंसियों के गोदाम भी घनी आबादी में ही हैं. गैस एजेंसियों को घनी आबादी के बीच नहीं होना चाहिए, इसको लेकर अक्सर बातें होती रहती हैं पर, अफसोस नतीजा ढाक के तीन पात ही साबित होते हैं. नियमों के अनुसार घनी आबादी के बीच गैस का गोदाम नहीं होना चाहिए. गोदामों की बाउंड्री ऊंची होनी चाहिए. इसके भी मानक तय किये गये हैं, लेकिन राजधानी के गैस गोदामों के बाउंड्री की बात तो दूर, ये बिल्कुल घनी आबादी के बीच ही नजर आते हैं.
फुलवारीशरीफ, बेऊर मोड़, बल्मीचक, हरनीचक आदि जगहों पर तो गैस गोदामों के आसपास कई मुहल्ले हैं. हरनीचक के लोगों का कहना है कि जिस वक्त यह गोदाम बना था उस समय यहां घनी आबादी नहीं थी, लेकिन यहां धीर-धीरे ये मुहल्ला डेवलप हुआ है.बल्मीचक से हरनीचक के रास्ते तीन गैस एजेंसियों के गोदाम आते हैं. तीनों के आसपास घनी आबादी है. इतना ही नहीं, हरनीचक के पास एक स्कूल के ठीक बगल में ही इंडियन ऑयल के गैस का गोदाम है.

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