80 किमी दायरे के मोबाइल डाटा को खंगाल रही जीआरपी

सेना के फ्यूज कंडक्टर गायब मामले में पटना रेल पुलिस ने निकाला बंका घाट से लेकर मोकामा तक का डंप डेटा पटना/मोकामा : हिमगिरी एक्सप्रेस से गायब फ्यूज कंडक्टर की तलाश तेजी पर है। स्थानीय और केन्द्रीय एजेंसियां इस मामले में अपने अपने स्तर पर पड़ताल कर रही हैं. जीआरपी पटना ने इस मामले में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2018 8:48 AM
सेना के फ्यूज कंडक्टर गायब मामले में पटना रेल पुलिस ने निकाला बंका घाट से लेकर मोकामा तक का डंप डेटा
पटना/मोकामा : हिमगिरी एक्सप्रेस से गायब फ्यूज कंडक्टर की तलाश तेजी पर है। स्थानीय और केन्द्रीय एजेंसियां इस मामले में अपने अपने स्तर पर पड़ताल कर रही हैं. जीआरपी पटना ने इस मामले में मोकामा से बंका घाट तक करीब 80 किलोमीटर दायरे के मोबाइल डाटा (डंप डाटा)हासिल कर लिया है. उसका विश्लेषण किया जा रहा है. इधर हावड़ा पुलिस ने प्राथमिकी को झांझा पुलिस को भेज दिया है. हावड़ा पुलिस ने इस मामले में स्थानीय अफसरों से कुछ अहम जानकारी साझा की है.
इधर पटना जीआरपी के साथ ही दानापुर मंडल की आरपीएफ ने भी अपने स्तर से जांच करना शुरू कर दिया है. कई जगह छापामारी की भी की गई है. फिलहाल जांच में यह बात सामने आयी है कि जो फ्यूज कंडक्टर गायब हुआ है, वह मोकामा से पूर्व में ही गायब हुई है.जिसके कारण इसे गायब होने की संभावना बंका घाट से लेकर मोकामा तक मानी जा रही है.
इसे लेकर जीआरपी ने बंका घाट से लेकर मोकामा तक के मोबाइल का डंप डेटा निकलवाया है और उसका अध्ययन किया जा रहा है. ट्रेन जिस समय और जिस-जिस स्टेशन से गुजरी, उस समय का डंप डेटा निकलवाया गया है. डंप डेटा निकालने से यह होता है कि उस इलाके में फलां समय में जितने भी लोग मौजूद होंगे, उनके मोबाइल नंबर आ जाते है. हालांकि इसकी संख्या हजारों में होती है.आरपीएफ कमांडेंट चंद्रमोहन मिश्रा ने बताया कि इस मामले में हावड़ा पुलिस को हर संभव सहयोग किया जायेगा और अपने स्तर पर भी जांच की जा रही है.
मोकामा : मिसाइल फ्यूज कंडक्टर की चोरी में आतंकी कनेक्शन की पेंच में रेल पुलिस उलझी हुई है. इस वारदात के पीछे बड़ी साजिश की आशंका जताई जा रही है. खुफिया विभाग भविष्य में बड़ी घटनाओं के मद्देनगर सक्रिय है. नक्सलियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है. इस घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई होना तय माना जा रहा है.
यह भी सवाल उठ रहा है कि गोपनीय तरीके से भेजे जा रहे संवेदनशील उपकरण की भनक अपराधियों को कैसे लगी? जानकारी के मुताबिक घटना के विभिन्न बिंदुओं पर पुलिस की छानबीन जारी है. पटना व मोकामा के बीच कई संदिग्ध जगहों पर सैन्य उपकरण की बरामदी के लिये गठित टीमों ने छापेमारी की. रेलवे लाइन किनारे झाडि़यों में भी तलाशी अभियान चलाया गया. हालांकि इस वारदात में कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है.

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