पटना/रांची : सजा सुनाये जाने के लिए सभी दोषियों की बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी हुई. सभी दोषी कैमरे के सामने खड़े थे. सबसे पहले लालू प्रसाद का नाम पुकारा गया. उन्होंने हाथ उठा अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. इसी तरह पूर्व सांसद जगदीश शर्मा और अन्य दोषियों ने कोर्ट में हाजिर होने का प्रमाण दिया. इसके बाद सीबीआइ कोर्ट के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने सजा सुनानी शुरू की.
साढ़े तीन साल की सजा मिलने के बाद लालू प्रसाद एकदम शांत नजर आये. जैसे ही पूर्व जदयू सांसद जगदीश शर्मा को सात साल की सजा हुई, वह रुआंसे हो गये. कोर्ट में मौजूद उनके बेटे की आंखें भी भर आयी. सजा की कार्रवाई पूरी होने के बाद पूर्व ट्रेजरी ऑफिसर सुबीर भट्टाचार्य ने न्यायाधीश से आग्रह किया कि उनकी सजा कम कर तीन साल कर दी जाये, क्योंकि उनकी पत्नी बीमार रहती है. इस पर न्यायाधीश ने हंसते हुए कहा कि हाइकोर्ट में अपील कीजिए.
वहां हो सकता है, सजा एक ही साल हो जाये. न्यायाधीश ने कहा, सब लोगों को तजुर्बा है. गो-पालन करें. पत्नी संग ओपेन जेल में रहें, कर दें अनुशंसा? इसी क्रम में भट्टाचार्य बोले कि नहीं हुजूर, हमको जेल में ही रहे दीजिए. इसके बाद न्यायाधीश आसन से उठ गये.