40 हजार में केवल 4000 आर्म्स लाइसेंस का तैयार हुआ डेटाबेस

यूआईडी नंबर देने में पिछड़ा प्रशासन पटना : आर्म्स लाइसेंस के यूआईडी (यूनिक आइडेंटीफिकेशन ) नंबर देने के मामले में जिला प्रशासन पिछड़ गया है. अभी तक वह केवल चार हजार लाइसेंसों का सत्यापन प्रशासन हो सका है. जानकारी के मुताबिक पटना जिले में 40 हजार से अधिक आर्म्स लाइसेंस दिये गये हैं, लेकिन अभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2018 8:20 AM
यूआईडी नंबर देने में पिछड़ा प्रशासन
पटना : आर्म्स लाइसेंस के यूआईडी (यूनिक आइडेंटीफिकेशन ) नंबर देने के मामले में जिला प्रशासन पिछड़ गया है. अभी तक वह केवल चार हजार लाइसेंसों का सत्यापन प्रशासन हो सका है. जानकारी के मुताबिक पटना जिले में 40 हजार से अधिक आर्म्स लाइसेंस दिये गये हैं, लेकिन अभी एक भी लाइसेंस को यूआईडी नंबर नहीं दिया जा सका है. केंद्र सरकार की योजना है कि सभी शस्त्र धारकों का डेटाबेस तैयार किया जाए, ताकि उनसे जुड़ी कोई भी जानकारी हासिल करने में प्रशासन को दिक्कत न हो.
गौरतलब है कि लाइसेंसों की यूआईडी होते ही एनआईसी के जरिए तैयार हो रहे सॉफ्टवेयर के जरिए इसे ऑनलाइन कर दिया जाएगा. इसके लिए कुछ माह पहले ही लाइसेंस जमा या सत्यापन के लिए लाइसेंस धारियों को सूचित किया गया था, लेकिन न धारकों ने रुचि दिखायी न ही प्रशासन ही इस मामले में गंभीर रहा. नतीजतन चार हजार लोग ही जिला प्रशासन कार्यालय आर्म्स लेकर पहुंचे जिनका सत्यापन किया गया. बता दें कि फरवरी तक आर्म्स लाइसेंस का एक नया यूआईडी नंबर के लिए डाटाबेस तैयार किया जायेगा.
नये लाइसेंसधारियों का तैयार होगा ब्योरा
सरकार की योजना के अनुसार लाइसेंस धारियों का डेटाबेस तैयार किया जायेगा, जिसके बाद उनको हर साल लाइसेंस रिन्यूवल के लिए जिला प्रशासन के पास उपस्थति होना पड़ेगा. डेटाबेस में आवेदक का हर ब्योरा तैयार रहेगा. इसमें लाइसेंस लेने के कारण के साथ संबंधित पूरा ब्योरा मौजूद रहेगा. इससे जिला प्रशासन को जब जरूरत होगी, लाइसेंस धारियों का पूरा ब्यौरा निकाल सकेगा. फरवरी के बाद जब डेटाबेस पूरी तरह से तैयार हो जायेगा तो उसके बाद लाइसेंस मिलना शुरू हो जायेगा.

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