पटना : पटना वीमेन्स कॉलेज को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा स्वायत्ता प्रदान किये जाने से वह राज्य का पहला ऑटोनोमस कॉलेज हो गया है. वर्ष 1940 में स्थापित पटना वीमेन्स कॉलेज प्रशासन वर्ष 1993 से ही स्वायत्ता के लिए प्रयासरत था. पटना वीमेन्स कॉलेज को स्वायत्ता प्रदान किये जाने से कॉलेज प्रशासन अब जरूरत के मुताबिक नये पाठ्यक्रम की पढ़ाई शुरू कर सकता है. इसके लिए उसे पटना विश्वविद्यालय से अनुमति नहीं लेनी होगी. साथ ही किसी पाठ्यक्रम के सिलेबस में भी फेरबदल के लिए कॉलेज प्रशासन स्वतंत्र होगा. स्वायत्ता मिलने से कॉलेज पढ़ाने के अलावा परीक्षा का अपना पैटर्न भी बना सकता है. अब विश्वविद्यालय का हस्तक्षेप गिने-चुने मामलों तक सीमित हो जायेगा.
पटना वीमेन्स कॉलेज को यह सम्मान लगातार तीन बार राष्ट्रीय आकलन और प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा ग्रेड ‘ए’ मिलने पर दिया गया है. मालूम हो कि वीमेन्स कॉलेज को पहले से ही यूजीसी द्वारा सीपीई (उत्कृष्टता की क्षमता वाला कॉलेज) दर्जा दिया जा चुका है. देश में वर्तमान में 450 से अधिक स्वायत्ताप्राप्त कॉलेज हैं. हालांकि, पटना वीमेन्स कॉलेज स्वायत्ता प्राप्त करनेवाली बिहार की पहली संस्था हो गयी है.
सूबे के वरिष्ठ शिक्षाविदों के मुताबिक, छोटे विश्वविद्यालयों के विकास के लिए कॉलेजों की स्वायत्तता पहला कदम है. इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पटना वीमेन्स कॉलेज की अगुवाई में महिला विश्वविद्यालय की स्थापना की बात कह चुके हैं.