आधार संबंधी आंकड़े की लीक को लेकर प्राथमिकी पर शत्रुघ्न ने पूछा, क्या हम ”बनाना रिपब्लिक” में रह रहे हैं
नयी दिल्ली : भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आज कहा कि आधार ब्योरे के दुरुपयोग को रेखांकित करने वाली खबर देने वाली पत्रकार को कथित सच्चाई सामने लाने के लिए परेशान किया जा रहा है और पूछा कि क्या देश के लोग किसी बनाना रिपब्लिक में रह रहे हैं. बनाना रिपब्लिक शब्द का इस्तेमाल ऐसे […]
नयी दिल्ली : भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आज कहा कि आधार ब्योरे के दुरुपयोग को रेखांकित करने वाली खबर देने वाली पत्रकार को कथित सच्चाई सामने लाने के लिए परेशान किया जा रहा है और पूछा कि क्या देश के लोग किसी बनाना रिपब्लिक में रह रहे हैं. बनाना रिपब्लिक शब्द का इस्तेमाल ऐसे देश के लिए किया जाता है जो राजनीतिक रूप से अस्थिर है.
I congratulate the Editors' Guild of India for strongly taking up this matter & going deep into this. Hope wish and pray that genuine authorities in the Govt. and the respected SC in particular will take notice & come out with swift corrective measures. Satyamevajayate! Jai Hind!
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) January 8, 2018
भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्विटर पर लिखा, यह कैसा न्याय है? क्या केवल प्रतिशोध की राजनीति की जा रही है? यहां तक कि समाज और देश के लिए ईमानदारी से पेश आने वाली जनता को भी परेशान किया जा रहा है. सिन्हा अलग-अलग मुद्दों पर केंद्र सरकार और भाजपा नेतृत्व की आलोचना करते रहे हैं.
A journalist is hauled up for reporting alleged truth about malfunctioning & misuse of Aadhar. Are we living in a Banana Republic? What kind of "justice" is this? Is there only politics of vendetta? Even public is being victimised for coming out honestly for society & the nation.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) January 8, 2018
शत्रुघ्न सिन्हा ने घटना के सिलसिले में पत्रकार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देने के लिए एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया को बधाई भी दी और उम्मीद जतायी कि सरकार के सच्चे अधिकारी और खासकर उच्चतम न्यायालय संज्ञान लेकर त्वरित सुधारात्मक उपाय करेगा.
पटना साहिब के सांसद ने एक और ट्वीट में कहा, आधार में गड़बड़ी एवं उसके दुरुपयोग के बारे में कथित सच्चाई पेश करने के लिए पत्रकार को परेशान किया जा रहा है. क्या हम किसी बनाना रिपब्लिक में रह रहे हैं. गौरतलब है कि आधार जारी करने वाले भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के एक अधिकारी की शिकायत पर दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी में ट्रिब्यून समाचार पत्र की उस पत्रकार का नाम भी शामिल है जिसने इस मामले का खुलासा अपनी खबर में किया. खबर में एक अरब से ज्यादा आधार कार्ड के आंकड़े कथित रूप से लीक होने की जानकारी दी गयी थी.