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LP मूवमेंट के जरिये बिहार की सियासत साधने में जुटे राजद नेता, जदयू ने कहा- निशाना कहीं और…

पटना : बिहार की सियासत में इन दिनों लालू यादव गैर मौजूद हैं. वह चारा घोटाला मामले में जेल में बंद हैं. उनकी पार्टी को लालू के छोटे बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं. उसके लिए बैठकों का दौर जारी है. तेजस्वी यादव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ स्वयं देर तक […]

पटना : बिहार की सियासत में इन दिनों लालू यादव गैर मौजूद हैं. वह चारा घोटाला मामले में जेल में बंद हैं. उनकी पार्टी को लालू के छोटे बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं. उसके लिए बैठकों का दौर जारी है. तेजस्वी यादव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ स्वयं देर तक कार्यकर्ताओं और पार्टी के नेताओं के साथ बैठकर उन्हें निर्देश दे रहे हैं, यह बता रहे हैं कि कैसे गांव-गांव जाकर लालू के संदेश को पहुंचाना है. बताया जा रहा है कि राजद की ओर से लालू मूवमेंट की तैयारी की गयी है. पूरे बिहार में जेपी मूवमेंट की तर्ज पर लालू मूवमेंट चलाने का मास्टर प्लान तैयार किया गया है. तेजस्वी यादव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, जैसे शिवानंद तिवारी, रघुवंश प्रसाद सिंह, रामचंद्र पूर्वे और शक्ति यादव सहित बाकी विधायकों से लगातार संपर्क में बने हुए हैं. लालू के जेल जाने की बात और जांच एजेंसियों द्वारा लगातार परिवार पर बनाये जा रहे दबाव को पूरे बिहार में केंद्र सरकार द्वारा की जा रही साजिश के तौर पर पहुंचाने का भी प्लान है.

तेजस्वी यादव पार्टी नेताओं के साथ लंबी बैठक कर रहे हैं. बुधवार को बैठक में नेताओं को राजद व लालू जी की विचार धारा को जन-जन तक पहुंचाने व अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए कहा गया. रांची जेल से बिहारवासियों के नाम लिखे खत को जो जनता के नाम संदेश जारी किया है उसे हर घर में लोगों तक पहुंचाने का निर्देश भी दिया गया. अपने सरकारी आवास पांच देश रत्न मार्ग में पटना प्रमंडल के सभी छह जिलों के सांसद विधायक, विधान पार्षद, पूर्व सांसद, विधानसभा,विधान पार्षद, पूर्वमंत्री, पूर्व सांसद, जिला व प्रखंड अध्यक्ष शामिल हुए. बैठक को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि राजद की नीति ही सामाजिक न्याय, अभिवंचितों, दलितों, पिछड़ों को सत्ता व समाज में सम्मान जनक भागीदारी दिलाने की रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता व पदाधिकारी जनता से अपना मधुर संपर्क बनाकर उनकी समस्याओं का निदान निकालें. राजद गरीबों की लड़ाई लड़ती रहेगी व किसी को भी अभिवंचितों के अधिकार को छीनने नहीं देगी.

तेजस्वी ने पार्टी नेताओं से कहा कि कहा कि राजद के अधिकारी संगठन व अपने क्षेत्र की समस्या बताना चाहेंगे तो उनकी समस्याओं को सुनेंगे. नेता व कार्यकर्ता मुझ से ऑफिस के दिन मिल सकेंगे.उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमो के लिये सब कोई दुआ कर रहा है. उन्हें न्यायालय से न्याय मिलेगा. लालूजी देश के करोड़ों लोगों के दिल में बसे हुए हैं. बताया जा रहा है कि राजद की ओर से एक तरह से इसे एलपी मूवमेंट का नाम दिया गया है. इस मूवमेंट के जरिये बिहार के लोग, जो राजद के समर्थक हैं, उन्हें यह बताया जायेगा कि लालू के प्रति केंद्र सरकार और राज्य सरकार साजिश कर रही है. साजिश के तहत नीतीश कुमार ने भाजपा के गठबंधन किया. कार्यकर्ताओं को बताया गया है कि इस मूवमेंट के जरिये बिहार में हो रहे तमाम घोटालों के बारे में लोगों को जानकारी दें. लालू के संदेश को लोगों के बीच रखकर उनसे बहस करें और उसकी रिपोर्ट पार्टी मुख्यालय को भी दें. वहीं राजद द्वारा एलपी मूवमेंट को लेकर हो रही तैयारियों पर विरोधियों की भी नजरें हैं. जदयू ने इस मूवमेंट को स्वार्थ और भ्रष्टाचार से अर्जित की गयी संपत्ति को बचाने का मूवमेंट करार दिया है.

जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के मूवमेंट (एलपी मूवमेंट) को लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि जेपी (लोकनायक जयप्रकाश नारायण) का मूवमेंट लोकतंत्र बचाने, समाजहित, देशहित और भ्रष्टाचार के खिलाफ था. इसको लेकर जेपी आंदोलन के समय देश के सैकड़ों युवा नेताओं ने अपने भविष्य को दांव पर लगा दिया था. यह आंदोलन तब तक चला जब तक स्थिति नहीं बदली. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद को लेकर चलाये जा रहे मूवमेंट (एलपी मूवमेंट) भ्रष्टाचारी को बचाने के लिए है. अपने अकूत संपत्ति को बचाने के लिए लालू प्रसाद जेल में है. लालू परिवार के लिए ये एलपी मूवमेंट चल रहा है. उन्होंने कहा कि इस मूवमेंट में स्वार्थ, लालच, भ्रष्टाचार , घोटाला, परिवारवाद है. इसको लेकर चंद मुट्ठी भर लोग लालू प्रसाद का महिमा मंडन कर रहे है. उन्होंने कहा कि राजद वाले जेपी क्रांति से तुलना कर लोकनायक को शर्मसार कर रहे हैं. याद कीजिए कि जेपी मूवमेंट का उद्देश्य क्या था और आपका उद्देश्य क्या है. विधायिका और कार्यपालिका में दखल अंदाजी के लिए राजद सुप्रीमो पहले से ही बदनाम थे.

जदयू की ओर से कहा जा रहा है कि यह मूवमेंट पूरी तरह बेनामी संपत्ति को बचाने का है. जदयू नेता ने कहा कि न्यायपालिका को प्रभावित करने की कोशिश किसी दुस्साहस से कम नहीं. सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने की उनकी आदत है. जेल में कैद है फिर भी अपने गैर कानूनी कामों से बाज नहीं आते है. जेल में भी उनको ऐशो आराम चाहिए. दो बेगुनाहों से अपराध करा कर खुद की सेवा में लगा रखे थे. उन्होंने कहा कि धीरे धीरे राजद बिखर जायेगा. जगदानंद सिंह,शिवानन्द तिवारी, रघुवंश प्रसाद सिंह, अब्दुल बारी सिद्धकी, रामचंद्र पूर्वे जैसे सीनियर और विद्वान नेता आखिर एक नन मैट्रिक को अपना लीडर कैसे मानेगें. सीनियर लीडर की बात छोड़िये विधायक और कार्यकर्ता तक आरजेडी में रहना नहीं चाहते. वैसे भी जो नेता शुचिता की राजनीति करता होगा , उसे कैसे बर्दाश्त होगा कि उसके दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष चारा घोटाला में जेल में बंद है.

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