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बिहार : सर्दी का सितम, शीतलहर ने हाड़ कंपाया, अभी कम रहेगा पारा
पटना का अधिकतम पारा 11.7 डिग्री तक पहुंचा, 13 साल पहले था 11 डिग्री पटना : उत्तराखंड, जम्मू में लगातार बर्फबारी से बिहार के गंगा किनारे व हिमालय के किनारे के मैदानी भाग में घने कोहरे के साथ शीतलहर अगले तीन दिनों तक रहने की आशंका है. बिहार में उत्तरी-पश्चिमी हवा एवं पश्चिमी हवा के […]
पटना का अधिकतम पारा 11.7 डिग्री तक पहुंचा, 13 साल पहले था 11 डिग्री
पटना : उत्तराखंड, जम्मू में लगातार बर्फबारी से बिहार के गंगा किनारे व हिमालय के किनारे के मैदानी भाग में घने कोहरे के साथ शीतलहर अगले तीन दिनों तक रहने की आशंका है. बिहार में उत्तरी-पश्चिमी हवा एवं पश्चिमी हवा के कारण गया, औरंगाबाद को छोड़ दें, तो पूरा बिहार शीतलहर की चपेट में है. लोगों की मानें तो ठंडी हवा जीरो डिग्री का अहसास करा रही है.
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 2005 के जनवरी में अधिकतम तापमान लगभग 11 डिग्री तक पहुंचा था. इसके बाद दोबारा से 2018 में पटना का अधिकतम पारा 11.7 डिग्री तक पहुंचा है. फिलहाल पटना सहित बाकी जिलों में अभी कोहरा व कोल्ड डे रहेगा. पटना का अधिकतम पारा सामान्य से 10 डिग्री कम रहेगा. अधिकतम व न्यूनतम पारे में अंतर कम होने से सुबह में कोहरा रहेगा और जब तक तेज हवा या हल्की बूंदाबांदी नहीं होगी, पटना का मौसम ऐसा ही रहेगा.
गुरुवार को दिन भर नहीं निकली धूप
पटना में बुधवार की देर रात से कोहरा तेज हो गया और सुबह आठ बजे तक ओस की बूंदें जमीन पर गिरती रहीं. गुरुवार दिन भर पटना में धूप नहीं निकली. सुबह में घने कोहरे के साथ दिन की शुरुआत हुई.
10 बजे तक हर तरफ कोहरे के कारण लोगों को गाड़ी तक चलाने में परेशानी हो रही थी. अधिकतम व न्यूनतम पारे का अंतर कम होने से लोग ठंड से परेशान रहे. पटना का अधिकतम पारा 11.7 व न्यूनतम 5, सबौर 8.2 व 7.2, छपरा 9.3 व 5.2, मुजफ्फरपुर 11.2 व 9.2, भागलपुर 14.6 व 5.6, पूर्णिया 14.6 व 6.1 डिग्री सेल्सियस रहा.
विमान उतरे पर आधे से एक घंटा हवा में लगाना पड़ा चक्कर
कोहरे की वजह से गुरुवार को दृश्यता की स्थिति खराब रही. रनवे के आसपास सुबह 6 बजे दृश्यता घट कर 25 मीटर पर आ गयी थी. सुबह 9 बजे तक भी यह 200 मीटर से नीचे थी. दोपहर 1 बजे के बाद ही यह लैंडिंग के लिए निर्धारित न्यूनतम सीमा 1200 मीटर से ऊपर जा सकी. इसके बावजूद बेहतर एयर ट्रैफिक मैंनेजमेंट द्वारा सभी 27 विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ को संपन्न किया गया. हालांकि इस दौरान कई विमानों को आधे से एक घंटे तक हवा में चक्कर लगाना पड़ा.
सबसे पहले उतरी गो एयर की G8272 : पटना एयरपोर्ट पर उतरने वाली पहली फ़्लाइट गो एयर की G8272 रही. बेंगलुरु से देर से उड़ने के बावजूद इसे पटना एयरपोर्ट के ऊपर लगभग एक घंटे तक हवा में चक्कर लगाना पड़ा. दोपहर 1:12 बजे यह एयरपोर्ट पर उतरी जबकि पटना में लगभग 12 बजे ही पहुंच गयी थी.
स्पाइस जेट की हैदराबाद से पटना आने वाली फ्लाइट SJ831 दोपहर 1:17 में पटना एयरपोर्ट पर उतरी. उसके बाद इंडिगो की फ्लाइट लैंड हुई. दोपहर 1:42 में गो एयर की फ्लाइट G8273 यहां से लैंड होने वाली पहली फ्लाइट बनी. उसके बाद विमानों के उड़ने उतरने का सिलसिला शुरू हुआ जो रात 9 बजे तक चलता रहा.
– विक्रमशिला 14 घंटे तो संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस 12 घंटे लेट पहुंची
कोहरे की कहर से ज्यादा परेशानी पटना-दिल्ली-पटना रेलखंड के यात्रियों को हो रही है. गुरुवार को दिल्ली से पटना पहुंचने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस 14 घंटे, संपूर्णक्रांति 12 घंटे की देरी से पहुंची. बुधवार को पटना से संपूर्णक्रांति रद्द की गयी थी. गुरुवार को निर्धारित समय से दिल्ली के लिए रवाना की गयी.
देरी से पहुंचने वाली ट्रेनें
राजधानी एक्सप्रेस 8:30 घंटे
संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस 11:50 घंटे
श्रमजीवी एक्सप्रेस 9:30 घंटे
विक्रमशिला एक्सप्रेस 13:40 घंटे
मगध एक्सप्रेस 10:15 घंटे
ब्रह्मपुत्रा मेल 13:30 घंटे
नॉर्थ-इस्ट एक्सप्रेस 7:30 घंटे
– खराब मौसम ने किया परेशान
30 मिनट तक करना पड़ा गो एराउंड
गो एयर की फ्लाइट G8505 से पटना आया. कोलकाता से देर से चलने के बाद भी खराब मौसम के कारण इसे पटना में 30 मिनट तक गो एराउंड करना पड़ा.
दोरा शेट्ठी
घबड़ाहट हो रही थी और परेशानी भी
2.45 की जगह 4 बजे मेरी फ्लाइट पटना पहुंची है. खराब मौसम के कारण 30-40 मिनट तक यह हवा में चक्कर लगाता रहा. इससे घबड़ाहट भी हो रही थी और परेशानी भी.
मनीष कुमार सोनु
पार्किंग स्पेस खाली नहीं होने से परेशानी
एयर इंडिया की फ्लाइट AI409 से आया हूं. क्यू और पार्किंग खाली नहीं होने से मेरे विमान को भी 20-25 मिनट तक हवा में चक्कर लगाना पड़ा.
मसूद अहमद
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