पटना : मकर संक्रांति के अवसर पर आज सुबह सेही गंगा घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. श्रद्धालु स्नान-ध्यान व दान कर रहे हैं.आज के दिन स्नान-ध्यान व दान का विशेष महत्व है. लोग पाप मुक्त हो जाते हैं. इसके लिए सुबह से ही सुबह से ही पटना, भागलपुर व मुंगेर आदि के पावन गंगा घाटों पर स्नान करने पहुंचे हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी. पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाकर लोग सूर्यदेव की आराधना कर रहे हैं. इसके साथ ही आज पटना के गांधी मैदान सहित पूरे बिहार में जगह-जगह पतंगबाजी का भी दौर आरंभ होगा.
मकर संक्रांति के अवसर पर आज सुबह से पटना सिटी और फतुहा के विभन्न गंगा घाटों पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. आज के दिन तिल के दान का बड़ा महत्व है. मान्यताओं के अनुसार आज के दिन तिल से बनी सामग्री ग्रहण करने से कष्टदायक ग्रहों से छुटकारा मिलता है. गंगा स्नान और दान-पुण्य से परिवार में सुख और शांति बनी रहती है. संक्रांति के आखिरी दिन सूर्य भगवान दक्षिणायण से उत्तरायण हो जाते हैं. इससे दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती हैं. इसी दिन मलेमास भी समाप्त होता है और शुभ कार्य आरंभ हो जाते हैं.
14 और 15 जनवरी दोनों दिन मनाया जायेगा त्योहार
सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही सूर्य दक्षिणायण से उत्तरायण हो जायेंगे. 14 जनवरी की शाम आठ बजे सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर रहा है जो सोमवार को 12:15 तक रहेगा़ ऐसे में पुराण के अनुसार स्नान दान का काम सूर्य के मकर राशि के प्रवेश करने के 20 घंटे पहले और समापन के 40 घंटे बाद तक चलेगा़ अत: इसी तरह सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है. इस वर्ष शास्त्र के अनुसार स्नान दान का काम रविवार को दिन 12 बजे से शुरू होगा जो सोमवार के देर रात्रि तक चलेगा़ यानी 14 और 15 दोनों दिन मकर संक्रांति मनायी जायेगी. इसके बाद मलमास की समाप्ति हो जायेगी. इससे विवाह जैसे शुभ, मांगलिक कार्य शुरू हो जायेंगे.
15 जनवरी को पूरे दिन रहेगा पुण्य काल
मकर संक्रांति के दिन दान करने का महत्व अन्य दिनों की तुलना में बढ़ जाता है. मकर संक्रांति पर 15 जनवरी को पूरे दिन पुण्य काल रहेगा. इस दिन दान-पुण्य, गंगा तीर्थ स्नान का विशेष महत्व है. इस दिन व्यक्ति को यथासंभव किसी गरीब को अन्नदान, तिल गुड़ का दान करना चाहिए. तिल या फिर तिल से बने लड्डू या फिर तिल के अन्य खाद्य पदार्थ भी दान करना शुभ रहता है. धर्म शास्त्रों के अनुसार, कोई भी धर्म कार्य तभी फल देता है, जब वह पूर्ण आस्था विश्वास के साथ किया जाता है. जितना सहजता से दान कर सकते है, उतना दान अवश्य करना चाहिए.
गांधी मैदान में आज पतंग उत्सव
गांधी मैदान में रविवार को आयोजित होने वाले पतंग उत्सव में बाल विवाह, दहेज उन्मूलन एवं सरकार की विभिन्न योजनाओं की झलक दिखेगी. सुबह ग्यारह से चलने वाले पतंग उत्सव कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आने वाले प्रतिभागी को पुरस्कार देकर सम्मानित कि या जायेगा. ये बातें शनिवार को प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने कही.