पटना : संजय लीला भंसाली की विवादों में घिरी फिल्म के कुछ संशोधन और नाम बदलकर पद्मावत रखने के बाद भी बिहार में रिलीज होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. मीडिया से बातचीत में सरकार के कला संस्कृति मंत्री ने कहा है कि फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है. मंत्री ने एक क्षेत्रीय चैनल से बातचीत में इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि दो तीन दिनों में बैठकर पूरी फिल्म के बारे में विचार-विमर्श किया जायेगा और उसके बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा. मंत्री ने कहा कि फिल्म में हुए कट और बदलाव के बारे में थोड़ी-बहुत जानकारी मिली है, लेकिन हमने बैन नहीं हटाया है. बैठक के बाद ही रिलीज पर कोई फैसला लिया जायेगा. इससे पूर्व, फिल्म का नाम पद्मावती था, जो अब बदलकर ‘पद्मावत’ हो गया है. यूपी समेत कई राज्यों ने फिल्म से बैन वापस ले लिया है. विवादों में घिरने के बाद बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद फिल्म पर रोक लगा दिया था.
रिलीज से पहले ही यह फिल्म काफी चर्चा में रही है और यह बॉलीवुड की पहली फिल्म है, जो थ्री डी तकनीक के साथ रिलीज होगी. फिल्म निर्माताओं वॉयकॉम 18 मोशल पिक्चर्स और भंसाली प्रोडक्शंस ने इस बात को मीडिया को बताया है. ‘पद्मावत’ को 25 जनवरी को रिलीज किया जा रहा है. फिल्म में कुछ बदलाव किये गये हैं और जिन हिस्सों पर विवाद था, उसे हटाने का प्रयास किया गया है. उसके बाद सीबीएफसी ने इसे रिलीज करने की मंजूरी दे दी है.
28 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को बिहार में फिल्म ‘पद्मावती’ पर बैन लगाने का निर्देश दे दिया था. बॉलीवुड फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर चल रहा विवाद बिहार विधानसभा तक पहुंच गया था. सुपौल के छातापुर से भाजपा विधायक नीरज कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फिल्म पद्मावती पर बैन लगाने से संबंधित का पत्र सौंपा था. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने यह फैसला लिया था. नीतीश कुमार ने फिल्म ‘पद्मावती’ पर बैन लगाने के लिए स्वीकृति देते हुए उस वक्त अधिकारियों को कहा था कि जब तक विवाद खत्म नहीं हो जाता, बिहार में फिल्म ‘पद्मावती’ का प्रदर्शन नहीं होगा. हालांकि, अब नाम बदलने और कुछ संशोधन के बाद बाकी राज्यों में फिल्म को रिलीज करने का रास्ता साफ हो गया है.
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