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CBI पर उंगली उठाने वाले तेजस्वी यादव देश की जनता से माफी मांगे : जदयू

पटना : बिहार विधान परिषद के सदस्य सह प्रवक्ता और जदयू नेता नीरज कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है. नीरज कुमार ने कहा है कि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआइ पर उंगली उठाने वाले पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित राष्ट्रीय जनता दल के उन सभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2018 1:04 PM

पटना : बिहार विधान परिषद के सदस्य सह प्रवक्ता और जदयू नेता नीरज कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है. नीरज कुमार ने कहा है कि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआइ पर उंगली उठाने वाले पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित राष्ट्रीय जनता दल के उन सभी नेताओं को अब राज्य और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.

नीरज कुमार ने अपना एक बयान जारी कर कहा कि राजद के नेताओं को यह जानना चाहिए देश संविधान के अनुसार चलता है जिसमें कई संवैधानिक पद और कई एजंसियां काम करती हैं, ऐसे में ऐसी संस्थाओं पर अंगूली उठाना कभी भी लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. सीबीआइ ने सीवान में दिवंगत पत्रकार राजदेव रंजन हत्या मामले में पूर्व मंत्री तेज प्रताप को आरोप मुक्त कर दिया है, ऐसे में तेजस्वी सहित उन राजद नेताओं को अब सीबीआई को धन्यवाद देना चाहिए और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए, कि उन्होंने गलती से सीबीआई पर उंगली उठाई थी.

नीरजकुमार नेनसीहतदेते हुए कहा कि राजद नेताओं को यह स्वीकार करना चाहिए कि देश के वर्तमान शासन व्यवस्था में सीबीआई पूर्वाग्रह से काम नहीं करता. हां, जो जैसा करता है, उसपर उसी तरह कानून सम्मत कार्रवाई की जाती है. ऐसे में राजद नेताओं को अपने स्वार्थ के लिए संवैधानिक संस्थाओं और जांच एजेंसियों की निंदा करना बंद करना चाहिए. ऐसे में राजद के नेताओं को अब यह भी भान हो गया होगा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद जी सही में देश के सबसे बड़े घोटाले ’चारा घोटाले’ में शामिल थे और तभी उन्हें इस घोटाले के दो मामले में सजा हुई है.

नीरज कुमार ने कहा कि लालू जी और तेजस्वी प्रसाद यादव जी की नियति ही बेनामी संपत्ति अर्जित करने की रही है, यही कारण है कि उन्हें जांच एजेंसियों और अदालतों का चक्कर लगाना पड़ रहा है. कोई एजेंसी पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर काम नहीं करती, जो जैसा करेगा,वैसा पायेगा. लालू जी और तेजस्वी जी को अब यह भी ज्ञान होना चाहिए कि धर्मनिरपेक्षता का लबादा ओढ़कर बेनामी संपत्ति बनाने का जमाना चल गया. अब समय ’करनी का फल भोगने’ का आ गया है, इसलिए दूसरों पर अंगूली उठाने के पहले खुद आत्मचिंतन कीजिए.

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