पटना : भाजपा के विद्रोही नेताओं में शामिल यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा ने आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायकों के समर्थन में आते हुए उन्हें अयोग्य ठहराये जाने के राष्ट्रपति के फैसले को ‘तुगलकशाही’ करार दिया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा अपने 20 विधायकों को लाभ के पदों के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाना दिल्ली की सत्तारूढ़ ‘आप’ के लिए बड़ी शिकस्त है. वहीं, ‘आप’ ने कहा है कि संवैधानिक प्राधिकार ‘केंद्र सरकार की कठपुतली’ हो गयी है. मालूम हो कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को चुनाव आयोग द्वारा ‘आप’ विधायकों को अयोग्य करार दिये जाने की सिफारिश पर अपनी सहमति दे दी.
यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर कहा है कि ‘राष्ट्रपति का आदेश स्वाभाविक न्याय के पूर्ण खिलाफ है. कोई सुनवाई नहीं, उच्च न्यायालय के आदेश का इंतजार नहीं. यह ‘तुगलकशाही’ सबसे खराब आदेश है.’वहीं, भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि ‘आप’ आये, ‘आप’ छाये, ‘आप’ ही ‘आप’ चर्चा में बिछाये. घर-घर में, हर खबर में, तो किस बात की फिकर ‘आप’ को?’ ‘प्रतिशोध की राजनीति लंबे समय तक नहीं चलती. चिंता न करें, खुश रहें!’ आशा, अभिलाषा है, साथ ही प्रार्थना करता हूं कि आप जल्द ही न्याय प्राप्त करें. ‘आप’ की टीम और खास कर ‘आप’ को बहुत-बहुत बधाई. याद रखें, ‘मुश्किल राह पर चलनेवाले की कठिनाई भी भाग जाती है. सत्यमेव जयते. जय हिंद!’
President's order disqualifying the 20 AAP MLAs is complete miscarriage of natural justice. No hearing, no waiting for High Court's order. It is Tughluqshahi of the worst order.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) January 21, 2018
‘AAP’ Aaye,
‘AAP’ Chhaye,
‘AAP’ hi ‘AAP’ Charcha ke Vishaye (talk of the town)!!Ghar ghar mein,
Har khabar mein,
Toh phir kis baat ki fikar ‘AAP’ ko?Politics of vendetta or politics of vested interests just don’t last long.
Don’t worry, be happy!— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) January 21, 2018
Hope wish & pray that you get divine justice soon, sooner the better .
‘AAP’ ki team aur khaas kar ‘AAP’ ko bahut bahut badhaai. Remember, when the going gets tough the tough get going.
Satyameva Jayate!
Jai Hind!— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) January 21, 2018
मालूम हो कि दोनों भाजपा नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के हिस्सा थे. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की नीतियों के खिलाफ खुलेआम सामने आ गये हैं.
पहले भी दिखा चुके हैं बगावती रुख
भजापा के दोनों कद्दावर नेताओं का यह पहला मौका नहीं है, जब वे पार्टीलाइन के खिलाफ गये हैं. पूर्व केंद्रीय वित्त और विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नोटबंदी और जीएसटी के खिलाफ भी जमकर हमला बोल चुके हैं. इसके अलावा यशवंत सिन्हा ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जयंत शाह की आय से अधिक संपति मामले में भी पार्टी को आड़े हाथों लिया था. उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा था कि ऐसा लगता है कि पार्टी ने अर्जित अपने उच्च नैतिक आधार को खो दिया है.