बिहार : मोकामा में गंगा पर छह लेन पुल निर्माण कार्य अप्रैल से, सुहाना होगा सफर
पुल निर्माण वाले हिस्से की हो रही है मिट्टी जांच, नौ किमी के निर्माण पर 1161 करोड़ होंगे खर्च 14 अक्तूबर को प्रधानमंत्री ने किया था शिलान्यास पटना : मोकामा में गंगा पर छह लेन सड़क पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. पुल निर्माण करनेवाली कंपनी वेल स्पैन ने मोबिलाइजेशन का काम […]
पुल निर्माण वाले हिस्से की हो रही है मिट्टी जांच, नौ किमी के निर्माण पर 1161 करोड़ होंगे खर्च
14 अक्तूबर को प्रधानमंत्री ने किया था शिलान्यास
पटना : मोकामा में गंगा पर छह लेन सड़क पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. पुल निर्माण करनेवाली कंपनी वेल स्पैन ने मोबिलाइजेशन का काम शुरू किया है. निर्माण वाले हिस्से की मिट्टी जांच शुरू हो गयी है. प्रारंभिक काम पूरा होने पर अप्रैल से पुल निर्माण का काम शुरू होने की संभावना है.
गंगा पर औंटा व सिमरिया के बीच वर्तमान राजेंद्र सेतु से 480 मीटर पूरब आरंभ होकर उत्तर में सिमरिया घाट के पास मिलेगा. दो किलोमीटर के नये छह लेन पुल का निर्माण होना है. यह पुल बिहार में हाईब्रिड एन्यूटी मोड से बनने वाला पहला सड़क पुल प्रोजेक्ट होगा. औंटा व सिमरिया के बीच छह लेन पुल के साथ फोरलेन एप्रोच रोड लगभग नौ किमी के निर्माण पर 1161 करोड़ खर्च अनुमानित है.
पिछले साल 14 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके निर्माण को लेकर शिलान्यास किया था. मोकामा में छह लेन पुल का निर्माण पीएम पैकेज का हिस्सा है. पुल के दोनों एप्रोच रोड के लिए 59 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी. जमीन अधिग्रहण पर 82 करोड़ खर्च होंगे.
– राजेंद्र सेतु के समानांतर बनेगा नया पुल : राजेंद्र सेतु के समानांतर गंगा नदी पर बनने वाला छह लेन का पुल दो पैकेज में उत्तर व दक्षिण छोर पर बनने वाली फोर लेन को जोड़ेगा. एनएचएआई के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि पुल निर्माण करनेवाली कंपनी ने काम शुरू किया है. अभी प्रारंभिक तैयारी चल रही है.
क्या है हाईब्रिड एन्यूटी मोड
हाईब्रिड एन्यूटी मोड में निर्माण कंपनी को आर्थिक सहयोग मिलता है. इसके लिए सरकार समय-समय पर कंपनी को राशि मुहैया कराती है, ताकि निर्माण के दौरान राशि के अभाव में काम पर असर नहीं पड़े. सरकार की ओर से निर्माण पर होनेवाले खर्च की राशि किस्तों में भुगतान की जाती है.
पैकेज का है हिस्सा
छह लेन पुल बख्तियारपुर से खगड़िया के बीच बन रहे फोरलेन का हिस्सा है. तीन पार्ट में बननेवाले फोरलेन में पहला पैकेज बख्तियारपुर से मोकामा है. एनएच-31 में लगभग 45 किमी नये एलाइनमेंट पर फोरलेन बन रहा है. पटना-बख्तियारपुर फोरलेन के आखिरी छोर पर सीधे टाल होते हुए यह सड़क मोकामा के औंटा तक जाएगी. यह मोकामा का नया बाईपास होगा. इसे बनाने का जिम्मा सीएंडसी को मिला है. दूसरे पैकेज में सिमरिया से बेगूसराय होते हुए खगड़िया तक फोरलेन बन रहा है. लगभग 60 किमी फोर लेन बनाने की जिम्मेदारी पुंज लायड को मिली है.
मंदिरी नाले पर फोरलेन का मामला 1.3 किमी तक बननेवाली सड़क के
लिए 15 दिनों में तैयार होगी डीपीआर
पटना : मंदिरी नाला के ऊपर लगभग 1.3 किमी की दूरी तक फोरलेन सड़क बनाने को लेकर मई में डीपीआर बनाने का काम शुरू हुआ था, लेकिन स्मार्ट सिटी के लिए एजेंसी चयन के बाद पूर्व की डीपीआर को रद्द कर दिया गया है और अगले 15 दिनों में दोबारा से डीपीआर बनाने के लिए संबंधित एजेंसी को जिम्मेवारी सौंप दी गयी है.
अधिकारियों के मुताबिक मंदिरी नाला के ऊपर बननेवाली सड़क बांस घाट काली मंदिर के पास अशोक राजपथ में जाकर मिलेगी और अशोक राजपथ के कई स्थानों पर एलिवेटेड सड़क निर्माण के लिए भी प्रस्तावित है. साथ ही गंगा एक्सप्रेस वे की शाखाएं एएन सिन्हा संस्थान, एलसीटी घाट व पीएमसीएच के अलावे अशोक राजपथ में मिलेगी.
-मंदिरी नाला के ऊपर प्रस्तावित सड़क बांस घाट काली मंदिर के समीप अशोक राजपथ में जाकर मिलेगी
-गंगा एक्सप्रेस वे की शाखाएं एएन सिन्हा संस्थान और पीएमसीएच में भी मिलेगी
– बांस घाट काली मंदिर के समीप एक पंप हाउस के लिए अलग से बनेगी रिपोर्ट : मंदिरी नाला के ऊपर सड़क निर्माण के क्रम में बांस घाट काली मंदिर के समीप एक पंप हाउस है, जिसको लेकर पूर्व में भी अलग से रिपोर्ट बनाने का निर्णय लिया गया था और इस डीपीआर में भी इसको लेकर रिपोर्ट बनेगी.
ऐसे में जब नाले पर सड़क का डायवर्सन होगा, तो सरकारी भूमि को चिह्नित करते हुए सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार किया जायेगा. रिपोर्ट के अनुसार पर पंप हाउस के ऊपर से सड़क को लेकर जाना और उसे अशोक राजपथ में मिलाना तकनीकी रूप से संभव नहीं है. इसलिए पंप हाउस के पहले सड़क में डायवर्सन किया जायेगा. उसके बाद अशोक राजपथ में सड़क को मिलाया जायेगा.
– निर्माण में इन बिंदुओं पर रखा जायेगा ध्यान : गंगा एक्सप्रेस-वे अशोक राजपथ से मिल रही है. जिस स्थान पर मंदिरी नाला पर निर्मित सड़क अशोक राजपथ पर मिलेगी वहां एक जंक्शन प्वाइंट का विकास इस तरह किया जाये कि यातायात का परिचालन सुचारु रहे.
स्मार्ट सिटी के बाद दोबारा से मंदिरी नाला का डीपीआर तैयार हो रहा है. 15 दिनों का समय दिया गया है. उसके बाद बैठक कर कार्य का निर्णय लिया जायेगा.
आनंद किशाेर, प्रमंडलीय आयुक्त