पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि कभी राजनीति वोट के लिए नहीं करनी चाहिए और विकास के साथ समाज कल्याण का काम करने का वोट का कोई लेना देना नहीं है. यहां जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा, आजकल कुछ लोग ट्वीट में जिन शब्दों का प्रयोग करते है, उसका अर्थ भी जानते है या नहीं, यह कहना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन जिसके लिए बना था, वह काम हम उस समय भी कर रहे थे और आज भी कर रहे हैं क्योकि एक सीमा के आगे समझौता नहीं कर सकते.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में चाहे कानून का राज कायम करने की बात हो या बुनियादी ढांचे का विकास, पुल-पुलिया निर्माण की बात हो या सड़क निर्माण, हर क्षेत्र में हमने विकास का काम किया है. इसके अलावा समाज कल्याण का काम भी किया गया है. उन्होंने कहा कि 1977 और 1980 में हम चुनाव हारे थे, उसके बाद से चुनाव जीतते रहे हैं. नीतीश ने कहा कि कभी राजनीति वोट के लिए नहीं करनी चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद का नाम लिये बिना कहा कि कुछ लोगों की आदत है कि जब उन्हें सत्ता हासिल होती है, तब वह धनार्जन करते हैं और ताकत अर्जित करते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि जब जनता हमें मौका देती है तो हमें सेवा करनी चाहिए और हम लोगों की सेवा निरंतर करने में जुटे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में हमने शराबबंदी लागू की, लेकिन जो कुछ चंद धंधेबाज हैं, उन्हें यह निर्णय अच्छा नहीं लगता और अब दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ जो सशक्त अभियान पूरे बिहार में चल रहा है, वह भी दहेज लेने वालों को अच्छा नहीं लगेगा.
बक्सर के नंदन गांव की घटना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में लोगों को भड़का ही दिया, जिसके कारण पत्थरों की बौछार शुरू होगयी. हमने महिलाओं को नारेबाजी करते देखा तो सोचा कि उनसे मिल लें, लेकिन इसके पहले ही पत्थरों की बरसात शुरू हो गयी. नीतीश ने कहा कि बहुत लोग भटक जाते हैं और आपको भटकाने के लिए बहुत लोग सक्रिय रहेंगे, लेकिन जो लोग कर्पूरी जी को मानते हैं, वे हमेशा सही राह ही चुनेंगे, वैसे लोग कभी नहीं भटकेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से विभूषित किया जाये. इसके लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है और इसे फिर से भेजा जायेगा.
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