पटना: बिहार में करणी सेना के कार्यकर्ताओं के पद्मावत फिल्म के प्रदर्शन के खिलाफ अपना विरोध आज भी जारी रखा. इससे इस फिल्म प्रदर्शन यहां के सिनेमा घरों में आज नहीं संभव हो पाया. बिहार में यह फिल्म करीब 150 सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जानी थी. करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने आज राजधानी पटना सहित प्रदेश के अन्य जिलों में सड़क यातायात को अवरुद्ध किया, विरोध मार्च निकाला और सिनेमा घरों के सामने प्रदर्शन किया. इसके मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि अगर करनी सेना या इस तरह के कोई लोग इस फिल्म के प्रदर्शन में किसी तरह का बाधा उत्पन्न करेंगे, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
विरोध में मार्च
करणी सेना की बिहार इकाई के प्रमुख धीरेंद्र सिंह ने बताया कि राजधानी पटना में कार्यकर्ताओं द्वारा इस फिल्म के प्रदर्शन के विरोध में एएन कालेज से गांधी मैदान तक मार्च किया और मोना सिनेमा हाल के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. मुजफ्फरपुर शहर के भिखनपुरा इलाके में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 77 को आज करीब तीन घंटे तक जाम रखा. गया जिला में एपीआर मल्टीप्लेक्स के समक्ष करनी सेना के कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.
पटनामेंप्रदर्शितनहीं हुईफिल्म
पटना स्थित एक सिनेमा हाल के मालिक ने कहा कि वे लोगों की भावना का ख्याल करते हुए और सिनेमाघर, वहां के कर्मचारियों और दर्शकों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर इस फिल्म का प्रदर्शन शुरू नहीं किया है. पुलिस और प्रशासन द्वारा सिनेमाघरों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है और इस फिल्म के विरोध के मद्देनजर एहतियाती उपाय कियेगये हैं. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गत दिसबंर महीने में कहा था कि फिल्म निर्माताओं को इसको लेकर जो भी लोगों में मन में शंका है उसे दूर करने के बाद ही इसे रिलीज करना चाहिए.
फसाद करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई : पुलिस मुख्यालय
पटना : विवादास्पद फिल्म पद्मावत के खिलाफ करनी सेना ने कई स्थानों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन, हंगामा और तोड़-फोड़ करना जारी रखा है. इसके मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि अगर करनी सेना या इस तरह के कोई लोग इस फिल्म के प्रदर्शन में किसी तरह का बाधा उत्पन्न करेंगे, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. एडीजी (मुख्यालय) संजीव कुमार सिंघल ने बताया कि इस मामले में सभी जिलों को कह दिया गया है कि किसी सिनेमा हॉल में तोड़-फोड़ करने वाले किसी समुदाय पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. साथ ही अगर कोई सिनेमा हॉल वाले फिल्म के प्रदर्शन के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग करते हैं, तो उन्हें भी हर तरह से सुरक्षा दी जायेगी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसका हर हाल में अनुपालन कराया जायेगा. इसमें किसी तरह की कोताही नहीं बरती जायेगी.
उन्माद फैलाने वालों को सरकार ने दे रखी है खुली छूट : भाकपा-माले
पटना : भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि फिल्म पद्मावत पर करनी सेना सरीखी उन्माद-उत्पात फैलाने वाली ताकतों को भाजपा-आरएसएस का खुला संरक्षण हासिल है. इसलिए ये ताकतें बेखौफ होकर पूरे देश में आतंक का माहौल बना रही हैं. बिहार में भी इस तरह की ताकतें हथियारों के साथ जगह-जगह खुलेआम प्रदर्शन कर रही है और उनके सामने प्रशासन पूरी तरह नतमस्तक है. यह बेहद शर्मनाक है. भाकपा-माले ने कहा है कि संविधान के मूल्यों की हिफाजत का दायित्व दिल्ली-पटना की सरकारों का है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि ऐसी काली ताकतों के खिलाफ लोकतांत्रिक मूल्यों और अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा के लिए कार्रवाई की जाये.
हंगामा के डर से पटना में नहीं लगी फिल्म
यह फिल्म देश भर में रिलीज हुई थी, लेकिन फिल्म रिलीज के एक दिन पहले बुधवार को गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और यूपी के अलावा अन्य राज्यों में भी हिंसक प्रदर्शन हुए. कई जगहों पर आगजनी हुई, तो कहीं तोड़-फोड़ भी हुए हैं. ऐसी स्थितियों को देखते हुए पटना के सिनेमाघरों में फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया गया. शहर के सिनेपोलिस, मोना और रिजेंट सिनेमा में भी फिल्म को नहीं रिलीज किया गया.
पटना: कई लोग कर रहे थे फिल्म का इंतजार
पिछले कई दिनों से हर तरफ संजय लीला भंसाली की नयी फिल्म पद्मावत विवादों से निकल नहीं पा रही थी. ऐसे में कई लोग फिल्मों के पक्ष में तो वही कई लोग फिल्मों का घोर विरोध कर रहे थे. आखिरकार गुरुवार को फिल्म रिलीज हुई. लेकिन पटना के दर्शकों को निराशा हाथ लगी. लोगों को जब मालूम हुआ कि फिल्म पटना में नहीं लग पा रही है, तो लोगों ने इसका अफसोस जताया.
जहानाबाद : करणी सेना ने फूंका भंसाली का पुतला
जहानाबाद नगर: फिल्म पद्मावत के विरोध में क्षत्रिय महासभा एवं करणी सेना ने शहर में आक्रोश मार्च निकालकर फिल्म के निदेशक संजय लीला भंसाली का पुतला दहन किया. करणी सेना के जिला संरक्षक डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पुतला दहन किया. डॉ वीरेंद्र ने कहा कि इस फिल्म में भारतीय संस्कृति और इतिहास के साथ छेड़छाड़ किया गया है. माता पद्मावती को गलत तरीके से पेश कर क्षत्रिय समाज के स्वाभिमान पर ठेस पहुंचाया गया है. माता पद्मावती ने 16 हजार महिलाओं के साथ जौहर की थी.
करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि क्षत्रिय समाज पर किसी भी फिल्म बनाने से पहले उसके इतिहास की जानकारी प्राप्त कर लें. पुतला दहन से पूर्व काको मोड़ से अरवल मोड़ तक आक्रोश मार्च निकाला गया. अरवल मोड़ पर पुतला दहन में सत्येंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, संजय सिंह, कुंदन सिंह, अनिल सिंह, गोपाल शरण सिंह, निरंजन कुमार बबलू, देवानंद सिंह, गौतम कुमार, अरविंद कुमार आदि शामिल थे.
सीतामढ़ी में पद्मावत फिल्म को लेकर बवाल
– बेलसंड में बाजार बंद के दौरान तोड़फोड़, रोड़ेबाजी
– दो गुटों में झड़प के बाद गरमाया मामला
– पुलिस ने किया लाठीचार्ज, मुखिया समेत सात गिरफ्तार
– स्थिति तनावपूर्ण, पुलिस कर रही बाजार में कैंप
– सीतामढ़ी शहर में नही लग सकी फिल्म
सीतामढ़ी/बेलसंड. संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को लेकर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को सीतामढ़ी शहर से लेकर बेलसंड बाजार में जमकर बवाल किया. बेलसंड बाजार में बंद के दौरान करणी सेना व विरोध कर रहे दुकानदारों के बीच झड़प के बाद दोनों तरफ से जमकर रोड़ेबाजी हुई. स्थिति नियंत्रण करने पहुंची पुलिस पर भी करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने रोड़ेबाजी कर दी, इसके बाद स्थिति बिगड़ गयी. जवाब में पुलिस ने भी उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया.
बवाल की सूचना पर एसडीओ सुधीर कुमार, मुख्यालय डीएसपी राजवंश सिंह, थानाध्यक्ष मुरारी प्रसाद, परसौनी थानाध्यक्ष संतोष कुमार बीएमपी बल के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. इस दौरान बेलसंड बाजार की अधिकांश दुकानें बंद रहीं. तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बेलसंड के अलावा रून्नीसैदपुर, परसौनी, रीगा थाने की पुलिस कैंप कर रही है. बेलसंड एसडीओ ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. पुलिस ने कंसार पंचायत के मुखिया जितेंद्र कुमार झा समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है.
बताया जाता है कि बेलसंड में सुबह से ही करणी सेना के कार्यकर्ता बाइक से घूम-घूम कर बाजार बंद करा रहे थे. मसजिद रोड मुहल्ला में मो काजिम के बक्सा-ट्रंक दुकान पर पहुंचकर कुछ बंद समर्थक तोड़फोड़ करने लगे. इसके बाद दो गुटों के बीच झड़प होने लगी. दोनों गुट के लोग एक-दूसरे पर रोड़ेबाजी करने लगे. स्थिति संभालने के लिए पहुंची पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा. उपद्रवियों की ओर से जब पुलिस पर रोड़ेबाजी की जाने लगी तो पुलिस ने भी लाठीचार्ज शुरू किया. रोड़ेबाजी व लाठीचार्ज में दो पुलिसकर्मी समेत आधा दर्जन लोग जख्मी हो गये. इसमें परसौनी थाने में तैनात सिपाही चंद्रभूषण प्रसाद को गंभीर चोटें आयी है. दो घंटे तक बाजार में उपद्रव को लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी रही. विरोध को देखते हुए सीतामढ़ी शहर के सिनेमा घर में पद्मावत फिल्म नहीं लग सकी.
सीतामढ़ी : करणी सेना जिलाध्यक्ष समेत 37 गिरफ्तार
सीतामढ़ी में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, श्री राजपूत करणी सेना, राम सेना एवं फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने वीर कुंवर सिंह चौक पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया. कार्यकर्ता पद्मावत फिल्म के निर्माता संजय लीला भंसाली के विरोध में जम कर नारेबाजी कर रहे थे. करणी सेना के जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी सिंह, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष निखिल कुमार सिंह, राम सेना के अंकित सिंह व फ्रेंड्स ऑफ आनंद के विंध्यवासिनी कुंवर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने शहर में घूमकर दुकानों को बंद कराया. इस क्रम में शहर की कुछ दुकानों में कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ भी की. शहर की कई दुकानें दोपहर बाद तक बंद रहीं. वीर कुंवर सिंह चौक पर पहुंचे सदर एसडीपीओ सत्येंद्र प्रसाद, एसडीपीओ डॉ कुमार वीर धीरेंद्र ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया. नगर थाने की पुलिस ने आनंद बिहारी सिंह समेत 37 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. बाद में उन्हें पीआर बांड पर छोड़ दिया गया.
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