पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार की विरासत संभालने के लिए आगे आये राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव फरवरी महीन से न्याय यात्रा पर निकलेंगे. तेजस्वी की इस घोषणा के बाद राजनीति तेज हो गयी है और बयानबाजी का दौर जारी है. तेजस्वी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह 9 फरवरी से पूर्णिया से न्याय यात्रा की शुरुआत करेंगे. तेजस्वी की इस घोषणा के साथ ही भाजपा नेता और युवा अध्यक्ष विधायक नितिन नवीन ने कहा कि तेजस्वी यादव को जनता ने उपमुख्यमंत्री बनाकर काम करने के लिए भेजा था, लेकिन वह मॉल और संपत्ति बनाने में रह गये.नितिन ने कहा कि तेजस्वी ने बड़े भाई को किनारे कर खुद कुर्सी पर कब्जा कर लिया. अभी चुनाव होने पर राजद को औकात पता चल जायेगी.
वहीं दूसरी ओर जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव से नीतीश कुमार को किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. तेजस्वी यादव को पश्चाताप यात्रा शुरू करनी चाहिए. वहीं तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया था, इसलिए हमलोगों ने पहले जनादेश अपमान यात्रा शुरू की और लोगों का बहुत प्यार मिला. अब वह न्याय यात्रा शुरू कर लालू की बात को जनता तक पहुंचायेंगे. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में पूरी तरह विकास ठप है. दलितों और महादलितों पर अत्याचार हो रहा है. जनादेश के अपमान के साथ इन लोगों ने मेरे पिता को साजिश के तहत फंसाया है. यह बात वह जनता के सामने रखेंगे.
तेजस्वी यादव ने कहा कि 26 फरवरी से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है. उसके पहले वह जनता से मिलकर उनसे राय लेंगे और उनकी बातों को सदन में उठायेंगे. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में सरकार पूरी तरह फ्लॉप है. यहां डबल इंजन की नहीं बल्कि ट्रबल इंजन की सरकार है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अभी से चुनाव के मोड में हैं और चाहते हैं कि लोकसभा के साथ विधानसभा का चुनाव भी हो जाये. तेजस्वी ने कहा कि वह यात्रा के माध्यम से यह बतायेंगे कि बिहार में घोटाले पर घोटाला हो रहा है. इस सरकार के कार्यकाल में जितने घोटाले हो रहे हैं, उसके बारे में जनता को बतायेंगे.
तेजस्वी ने कहा कि प्रदेश में लोगों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिल रही है और लोग परेशान हैं. किसी को बालू नहीं मिल रहा है, तो किसी को किरासन तेल तक नहीं मिल रहा है. यात्रा पर सवाल उठाने वाले लोगों को तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या लालू यादव को पत्र लिखने का अधिकार नहीं है. बिहार के नाम वह संदेश नहीं लिख सकते हैं ? सच सुनने से लोगों को डर लगता है. इसलिए वह जनता के बीच जाकर सभी बातों को रखेंगे और यह बतायेंगे कि बिहार में क्या हो रहा है. इसके लिए वह प्रमंडल स्तर की यात्रा करेंगे, जिसकी शुरुआत सबसे पहले पूर्णिया से की जायेगी.
यह भी पढ़ें-
VIDEO : पटना बोरिंग रोड चौराहे पर खड़े ग्रामीण इलाकों से मजदूरी तलाशने आये मजदूरों का दर्द