सुशील मोदी का तेजस्वी पर पलटवार, कहा- राजद के ही लोग टूट कर थामेंगे NDA का दामन

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए बड़ा बयान दिया है. हम के प्रमुख एवं पूर्व सीएम जीतन राम मांझीऔर रालोसपा प्रमुख व केंद्रीय मंत्री उपेंद्रकुश्वाहा को एनडीएछोड़करराजद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 27, 2018 4:25 PM

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए बड़ा बयान दिया है. हम के प्रमुख एवं पूर्व सीएम जीतन राम मांझीऔर रालोसपा प्रमुख व केंद्रीय मंत्री उपेंद्रकुश्वाहा को एनडीएछोड़करराजद में शामिल होने का तेजस्वी यादवकीओरऑफर दिये जाने संबंधी बयान पर सुशील मोदी नेप्रतिक्रियादेते हुएआज कहा कि एनडीएएकजुटहै औरगठबंधनमें कोई टूट नहीं होगा.

सुशील मोदी ने राजद पर हमला तेज करते हुए कहा कि डूबते हुए नाव की सवारीकोई नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि राजद के ही लोग उनसे टूट कर एनडीए का दामन थामेंगे. दरअसल, विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री व हम के नेता जीतन राम मांझी और रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को ऑफर देतेहुए कहा कि दोनों राजद के साथ आते हैं तो कोई एतराज नहीं है. दोनों नेता एनडीए में घुटन महसूस कर रहे हैं. अब उन्हें ही निर्णय लेना है. उन्होंने कहा, माले से भी बातचीत होगी. भाजपा अपने फायदे को लेकर चुनाव कराने की फिराक में है. लोकसभा व विधानसभा चुनाव साथ में होने की आशंका से जदयू के कई विधायक नाराज हैं. उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बात होगी. उन्होंने देशभर में महागठबंधन बनाने की बात भी कही.

इससे पूर्व तेजस्वी यादव ने कहा था कि बिहार में एनडीए गठबंधन में बिखराव तय है. महाराष्ट्र में शिवसेना के भाजपा से अलग होने की घोषणा के बाद बिहार में भी भाजपा का साथ उनके सहयोगी दल छोड़ सकते हैं. भाजपा से लोग नाराज चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का माहौल देश में है इससे बिहार के एनडीए में भी बिखराव होने की आशंका है. उनके सहयोगी दल इन स्थितियों को देख रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए में जन प्रतिनिधियों का कोई सम्मान नहीं है.

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