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बिहार का निर्वाचन किया रद्द, फिर से होगा चुनाव

डाॅ रामजी सिंह, डाॅ एमके साहनी, डाॅ रवींद्र कुमार और डाॅ भरत कुमार की सीट रिक्त पटना : सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (सीसीआईएम) ने बिहार से निर्वाचित सदस्यों के निर्वाचन को रद्द कर दिया है. बिहार से सीसीआईएम के लिए आयुर्वेद निर्वाचन क्षेत्र के चार, होमियोपैथी क्षेत्र के चार और यूनानी के एक सदस्य […]

डाॅ रामजी सिंह, डाॅ एमके साहनी, डाॅ रवींद्र कुमार और डाॅ भरत कुमार की सीट रिक्त

पटना : सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (सीसीआईएम) ने बिहार से निर्वाचित सदस्यों के निर्वाचन को रद्द कर दिया है. बिहार से सीसीआईएम के लिए आयुर्वेद निर्वाचन क्षेत्र के चार, होमियोपैथी क्षेत्र के चार और यूनानी के एक सदस्य का निर्वाचन 17 अगस्त 2017 को संपन्न हुआ था. निर्वाचन में बड़ी संख्या में फर्जी मतदाताओं के नाम शामिल होने को लेकर पटना सहित राज्य के अन्य हिस्सों में विरोध किया गया. मतदाताओं के बैलेट पेपर बाहर भी पकड़े गये थे. चुनावी गड़बड़ी को देखते हुए सीसीआईएम ने होमियोपैथी निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित डाॅ रामजी सिंह, डाॅ मृदुल कुमार साहनी, डाॅ रवींद्र कुमार और डाॅ भरत कुमार सिंह की सीट को रिक्त घोषित कर दिया है. साथ ही यहां पर निर्वाचन की प्रक्रिया नये सिरे से शुरू करने का निर्देश दिया है. आयुर्वेद व यूनानी के निर्वाचित प्रतिनिधियों के निर्वाचन रद्द होने की भी आशंका है.
अभी राज्य सरकार को इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित रद्द का लेटर प्राप्त नहीं हुआ है. होमियोपैथ और आयुर्वेद निर्वाचन क्षेत्र का मतदान एक साथ कराया गया था. केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को भेजे पत्र में साफ किया है कि सदस्यों के चुनाव में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गयी है. यह चुनाव पारदर्शी तरीके से संपन्न नहीं किया गया. इस चुनाव को संपन्न कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव सच्चिदानंद चौधरी को रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) बनाया गया था. उनके साथ निर्वाचन संपन्न कराने के लिए कार्यालय और कर्मियों की तैनाती की गयी थी.
कैसे हुई धांधली
सीसीआईएम निर्वाचन 2017 के लिए सभी बोर्ड और काउंसिल से निबंधित चिकित्सकों के नामों की सूची मांगी गयी थी. राज्य स्वास्थ्य समिति शेखपुरा में स्थापित निर्वाची पदाधिकारी कार्यालय द्वारा निबंधित पते पर सभी मतदाताओं के नाम और पते पर बैलेट पेपर भेजा गया था. चिकित्सक संघों का आरोप था कि चुनाव में बड़े पैमाने पर फर्जी मतदाताओं के नाम शामिल किये गये हैं. इसमें वैसे मतदाताओं के नाम भी शामिल हैं जिन्होंने वास्तविक डिग्री ही हासिल नहीं की है. साथ ही वैसे मतदाताओं को भी बैलेट पेपर भेजा गया जिनकी मृत्यु हो गयी है. .
ऐसे पकड़ा विवाद : सीसीआईएम के चुनाव में उपयोग होने वाले सीलबंद बैलेट पेपर इनकम टैक्स गोलंबर के पास लावारिस हालत में मिला था. पुलिस की पड़ताल में मास्टरमाइंड की पहचान की गयी थी. मामले में आरएमएस कर्मी असिस्टेंट धीरज, दिलीप कुमार, अमरनाथ व मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव शैलव कुमार कर्ण को गिरफ्तार किया था.

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