पटना : छत्तीसगढ़ और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय का लंबी बीमारी के बाद रविवार को पटना के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे. जानकारी के मुताबिक, दिनेश नंदन सहाय का पटना के मेडिका मगध हॉस्पिटल में रविवार की रात करीब साढ़े आठ बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 23 दिसंबर, 2017 से ही अस्पताल में भरती थे. दिनेश नंदन सहाय का जन्म दो फरवरी, 1936 को बिहार के मधेपुर में हुआ था. उनके पिता का नाम देवनंदन सहाय और माता का नाम किशोरी देवी था. मध्यमवर्गीय परिवार में जनमे दिनेश नंदन सहाय का पालन पोषण पटना में हुआ था. उन्होंने अंगरेजी में एमए की डिग्री हासिल करने के बाद भोजपुर जिले के हरप्रसाद दास जैन कॉलेज, आरा में प्रवक्ता के रूप में अपने कॅरियर की शुरुआत की. इसके बाद वर्ष 1960 में मात्र 24 साल की अवस्था में भारतीय पुलिस सेवा के लिए चुन लिये गये. भारतीय पुलिस सेवा से सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने समता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. एक नवंबर, 2000 को मध्यप्रदेश से पृथक होकर बने छत्तीसगढ़ राज्य के वह पहले राज्यपाल नियुक्त किये गये थे. वह वर्ष 2000 से 2003 तक छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रहे. उसके बाद उन्होंने वर्ष 2003 में त्रिपुरा के राज्यपाल का पदभार संभाला. उनकी पत्नी का नाम मंजू सहाय है. उन्हें एक बेटा और दो बेटियां हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने त्रिपुरा और छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि दिनेश नंदन सहाय एक कुशल राजनेता, पुलिस अधिकारी एवं कर्मठ समाजसेवी थे. उनके निधन से न केवल राजनीतिक, बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी अपूरणीय क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि दिनेश नंदन सहाय का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा. उन्होंने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों, अनुयायियों एवं प्रशंसकों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.