‘दागी’ तेजस्वी जी, तस्वीर लगाने से नहीं बल्कि त्याग से कोई बड़ा बनता है : जदयू

पटना :बिहारके पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजदनेतातेजस्वी यादव पर एक बार फिर विधान पार्षद और जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने निशाना साधा है. कुमार ने कहाहै कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता प्रारंभ से ही दलित जातियों के रहन्नुमा बनने का पाखंड करते रहे हैं, यह किसी से छिपा नहीं है. आज एक बार फिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2018 6:04 PM

पटना :बिहारके पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजदनेतातेजस्वी यादव पर एक बार फिर विधान पार्षद और जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने निशाना साधा है. कुमार ने कहाहै कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता प्रारंभ से ही दलित जातियों के रहन्नुमा बनने का पाखंड करते रहे हैं, यह किसी से छिपा नहीं है. आज एक बार फिर साबित हो गया है कि जब दलित समुदाय से आने वाले संत, समाजसेवी का तेजस्वी प्रसाद यादव जी के मन में आदर नहीं है, तो आज के दलितों के लिए उनके मन में समर्पण और सेवा का भाव कहां से आयेगा?

संत रविदास की जयंती के अवसर पर तेजस्वी से सवाल दागते हुए नीरज कुमार ने कहा कि ‘दागी’ तेजस्वी जी, आप अपनी पारिवारिक राजनीति पार्टी राजद में पिताजी लालू प्रसाद जी के जेल जाने के बाद पार्टी के सर्वेसर्वा भले ही बनगये हों, परंतु किसी पर मज्ञानी, संत शिरोमणि, सामाजिक परिवर्तन के महानायक संत सत गुरु रविदास जी महाराज से आप ऊपर नहीं हो सकते. किसी भी व्यक्ति के ऊपर तस्वीर लगा देने से वह उस व्यक्ति से ऊपर नहीं हो सकता. बड़ा बनने के लिए त्याग और सेवा की भावना होना जरूरी है.

उन्होंने तेजस्वी को कहा कि दागी जी, आपने सोशल मीडिया के जरिये संत सत गुरु रविदास जी महाराज की जयंती परलोगों को शुभकामनाएं देकर लोगों को बरगलाने की कोशिश की है, परंतु हकीकत है कि आपने संत की तस्वीर के ऊपर अपनी तस्वीर लगाकर संत रविदास जी का अपमान किया है.

नीरज ने कहा कि वैसे, दागी जी, यह आपकी गलती नहीं हैं. यह तो आपके संस्कार में है. आपकी बहन और भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी सांसद मीसा भारती जी ने भी महान स्वतंत्रता सेनानी व राष्ट्र निर्माण में अद्वितीय योगदान देनेवाले ’पंजाब केसरी’ लाला लाजपत राय जी को उनकी जयंती के मौके पर सोशल मीडिया के जरिये भले ही उनका नमन किया था. परंतु, उनकी तस्वीर के ऊपर अपनी तस्वीर लगाकर उस स्वतंत्रता सेनानी का भी अपमान किया है. दागी’ तेजस्वी जी, सबसे उपर दिखने के लिए तस्वीर नहीं त्याग करना पड़ता है. परंतु आपके परिवार में यह नहीं है. आपके परिवार में तो खुद ही संपत्ति इकट्ठा करने की प्रतियोगिता चल रही है, जिस कारण परिवार के अधिकांश लोगों को ही अदालत का चक्कर लगाना पड़ रहा है.

यह भी पढ़ें-
PM मोदी के एक देश, एक चुनाव आइडिया पर नीतीश ने कही बड़ी बात, पढ़ें

Next Article

Exit mobile version