जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन से मिले राजद नेता शिवानंद तिवारी, सियासी चर्चा तेज

पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया और राजद सुप्रीमो लालू यादव के चारा घोटाले में जेल जाने के बाद से ही बिहार में पार्टी के नेता पहले से ज्यादा सक्रिय हो गये हैं. तेजस्वी के नेतृत्व में लगातार बैठकों और दौरों का दौर जारी है. राजद नेता एक तरफ पार्टी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2018 3:35 PM

पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया और राजद सुप्रीमो लालू यादव के चारा घोटाले में जेल जाने के बाद से ही बिहार में पार्टी के नेता पहले से ज्यादा सक्रिय हो गये हैं. तेजस्वी के नेतृत्व में लगातार बैठकों और दौरों का दौर जारी है. राजद नेता एक तरफ पार्टी की ओर से लगातार सभी मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया जारी कर रहे हैं, वहीं हाल में रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा द्वारा आयोजित शिक्षा में सुधार के लिए मानव श्रृंखला में शामिल भी हुए हैं. राजद नेताओं की सक्रियता बढ़ गयी है. इसी क्रम में सियासी समीकरण को साधने की बात कहें, या फिर शिष्टाचार मुलाकात राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने सहरसा जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन से मुलाकात की है.

शिवानंद तिवारी की इस मुलाकात को लेकर सियासी हलको में चर्चा का बाजार गर्म है. मीडिया में कई तरह की खबरें चल रही हैं, हालांकि मुलाकात के बाद शिवानंद तिवारी ने साफ कहा कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात है और उन्होंने कहा कि आनंद मोहन एक अच्छे व्यक्ति हैं, उन्हें फंसाया गया है. श्री तिवारी ने किसी भी राजनीतिक और सियासी मेलजोल की बात से साफ इनकार करते हुए, इसे महज एक औपचारिक मुलाकात करार दिया.

आनंद मोहन हाल में सहरसा जेल में अनशन करने को लेकर चर्चा में बने हुए थे. उनके साथ-साथ 48 कैदियों को जेल प्रशासन ने पूर्णिया शिफ्ट कर दिया था. जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो जेल प्रशासन की ओर से बताया गया कि जेल के अंदर कुछ निर्माण का काम चल रहा है, इसलिए यह शिफ्टिंग की गयी है. आनंद मोहन जिलाधिकारी रहे जी. कृष्णैया हत्याकांड मामले में फिलहाल जेल में बंद हैं. डीएम की हत्या के मामले में हाइकोर्ट ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी.

आनंद मोहन ने हाइकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन कोर्ट ने उसे अस्वीकार कर दिया है. आनंद मोहन एक जमाने में वह राजपूतसमाजके युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय रहेहैं. उन्हें एक दबंग नेता माना जाता है. उनकी पत्नी लवली आनंद भी राजनीति में सक्रिय हैं और 1994 में वैशाली लोकसभा उपचुनाव भी जीत चुकी हैं.

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