बिहार में निवेशकों के 250 करोड़ डूबे, थोड़े और समय रह सकता है गिरावट का दौर, जानें विशेषज्ञों की सलाह

पटना : शेयर बाजार में शुक्रवार को आयी भारी गिरावट से बिहार के निवेशकों को करीब 250 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा. अकेले पटना के निवेशकों को शेयर और म्यूचुअल फंड मिलाकर करीब 150 करोड़ रुपये डूब गये. एक अनुमान के अनुसार प्रदेश में 15 लाख से अधिक निवेशक हैं. अकेले पटना में सात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2018 5:39 AM
पटना : शेयर बाजार में शुक्रवार को आयी भारी गिरावट से बिहार के निवेशकों को करीब 250 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा. अकेले पटना के निवेशकों को शेयर और म्यूचुअल फंड मिलाकर करीब 150 करोड़ रुपये डूब गये. एक अनुमान के अनुसार प्रदेश में 15 लाख से अधिक निवेशक हैं.
अकेले पटना में सात लाख से अधिक निवेशक हैं. मगध स्टॉक एक्सचेंज के पूर्व अध्यक्ष सुरेश रूंगटा ने बताया कि आईटी और एफएमसीजी सेक्टर को छोड़कर सभी सेक्टरों में भारी गिरावट रहा. इस वक्त शेयर बाजार और शेयरों की कीमत अधिक ऊंचाई पर है.
इस वक्त निवेशकों को बाजार से दूर रहने में ही भलाई है. उन्होंने कहा कि निवेशकों के पास जो पैसे हैं, उन्हें सुरक्षित रखें और बाजार पूरी तरह संभलने का इंतजार करें. दो दिन बाद जब बाजार खुलेगा तो रिकवर भी कर सकता है. लेकिन आनेवाले दिनों में एक बड़ी गिरावट हो सकती है.
गोगिया सिक्यूरिटीज के प्रमुख शशि चरण पहाड़ी ने कहा कि बजट में निवेशकों को शेयर से होने वाले एक लाख रुपये से अधिक के दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर 10 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव किया गया है. इस वजह से बाजार धड़ाम हो गया. कारोबार शुरू होते ही ट्रेडरों व निवेशकों ने लंबे समय के लिए रखे शेयरों को धड़ाधड़ बेचना शुरू कर दिया. ऐसे सभी निवेशक एक अप्रैल, 2018 से दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर लागू होने से पहले अपनी पोजीशन मजबूत करना चाहेंगे. बाजार को देखते हुए आईटी, फर्मा, इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश किया जा सकते हैं. कांग्रेस के शासनकाल में एसटीटी लगाया था, उस वक्त भी बाजार गिरा.
विशेषज्ञों की सलाह
अभी शेयरों की कीमत ऊंचाई पर है, इसलिए बाजार से दूर रहें
पैसे को सुरक्षित रखें और बाजार पूरी तरह संभलने का इंतजार करें
अगर बाजार में पैसा लगाना ही है तो थोड़ा-थोड़ा करके मजबूत बुनियाद वाले शेयरों में लंबे समय के लिए निवेश करें
थोड़े और समय तक रह सकता है गिरावट का दौर
राजीव लोचन मंझौली कंपनी के शेयर के भाव सबसे अधिक गिरे, जिसे आम निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. अनुमान है कि थोड़े और समय तक गिरावट का दौर रह सकता है. निवेशकों को थोड़ा-थोड़ा करके मजबूत बुनियाद वाले शेयरों में लंबे समय के लक्ष्य के लिए निवेश कर सकते हैं. नयी तेजी की जो उम्मीद है, वह छोटी-मंझौली कंपनियों की तुलना बड़ी कंपनियों में ज्यादा रहेगी.

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